Tuesday, October 28, 2025
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आदिवासी प्रेमी जोड़े को लव मैरिज करने की मिली सजा, किया गया सामाजिक बहिष्कार, गांव में शुद्धिकरण का आदेश

West Singhbhum: जिले के जगन्नाथपुर प्रखंड स्थित गुमरिया पंचायत क्षेत्र के लखीपाई गांव में एक ऐसी घटना सामने आई है जिसने पूरे समाज को झकझोर कर रख दिया है। यहां एक ही किली (गोत्र) के युवक और युवती ने लव मैरिज कर ली, जिसके खिलाफ पूरे गांव में आक्रोश का माहौल है। ग्रामीणों ने युवक और युवती का सामाजिक बहिष्कार करने और दोनों परिवार के लोगों को मुंडन कर सजा देने का निर्णय लिया है।जानकारी के अनुसार युवक और युवती ने प्रेम प्रसंग में पड़कर विवाह कर लिया। दोनों ही लागुरी गोत्र के बताए जा रहे हैं। युवक लखीपाई...

बिक्रम में तेज प्रताप की जनशक्ति रैली, अजीत के समर्थन में मांगे वोट, कहा- अब बदलाव चाहती है जनता

बिक्रम : जनशक्ति जनता दल (JJD) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने आज यानी मंगलवार को बिक्रम विधानसभा क्षेत्र के कनपा खेल मैदान में पार्टी प्रत्याशी अजीत कुमार कुशवाहा के समर्थन में विशाल जनसभा को संबोधित किया। तेज प्रताप यादव के आगमन पर मैदान में हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। मंच पर पहुंचते ही कार्यकर्ताओं ने फूल-मालाओं से उनका जोरदार स्वागत किया।अब जनता बदलाव चाहती है - तेज प्रताप यादव अपने संबोधन में तेज प्रताप यादव ने कहा कि अब जनता बदलाव चाहती है। उन्होंने कहा कि जनशक्ति जनता दल गरीब, किसान,...

केंद्रीय कर्मचारियों व पेंशनधारकों के लिए खुशखबरी, कैबिनेट से 8वें वेतन आयोग के गठन को मिली मंजूरी

दिल्ली : देशभर में करीब एक करोड़ से अधिक केंद्रीय वेतनभोगी कर्मचारियों और पेंशनधारकों के लिए बड़ी खबर निकलकर सामने आई है। केंद्र सरकार ने मंगलवार को औपचारिक रूप से 8वें वेतन आयोग के गठन को मंजूरी दे दी है। सुप्रीम कोर्ट की पूर्व जस्टिस रंजना प्रकाश देसाई आयोग की चेयरमैन होंगी, जबकि आईआईएम बेंगलुरू के प्रोफेसर पुलक घोष और पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय (MoPNG) के सचिव पंकज जैन को इसके सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया है।सिफारिशें भेजने के लिए 18 महीने का समय आयोग अपनी सिफारिशें अगले 18 महीनों के भीतर सरकार को सौंपेगा, जिसके बाद...

अब बिहार में भी ‘Light, कैमरा, एक्शन…’, फिल्म निर्माता फिल्म शूटिंग के लिए कर रहे हैं रुख…

“Efficient supply chain and cargo logistics service in Bihar and Jharkhand”
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शॉट वन टेक वन…बिहार में गूंज रहा क्लैप बोर्ड का शोर। राज्य में 14 फिल्मों को शूटिंग की अनुमति मिल चुकी है। जल्द ही डॉक्यूमेंट्री एवं शार्ट फिल्म फेस्टिवल होने वाला है।

पटना: “Light, कैमरा, एक्शन…” अब ये शब्द सिर्फ मुंबई या हैदराबाद तक सीमित नहीं रह गए हैं। भारत की ज्ञान-भूमि बिहार, अब धीरे-धीरे सिनेमा की पटकथा का भी हिस्सा बनती जा रही है। राज्य सरकार द्वारा लागू की गई नई फिल्म पॉलिसी के कारण बिहार फिल्मों की शूटिंग का नया हॉटस्पॉट बन गया है। भोजपुरी, हिंदी, मैथिली, मगही से लेकर अंग्रेजी फिल्मों तक की शूटिंग अब बिहार की मिट्टी पर हो रही है। Light Light Light Light Light Light Light

फिलहाल राज्य में 14 फिल्मों को शूटिंग की अनुमति मिल चुकी है, जिनमें से कई की शूटिंग पूरी हो चुकी है और कुछ पर कार्य जारी है। इन फिल्मों की शूटिंग से न सिर्फ राज्य के फिल्म निर्माण क्षेत्र को प्रोत्साहन मिला है। बल्कि स्थानीय पर्यटन और रोजगार को भी नया बल मिला है। इतना ही नहीं राज्य में बहुत जल्द ही डॉक्यूमेंट्री एवं शार्ट फिल्म फेस्टिवल होने जा रहा है। इसके लिए कई फिल्मों का चुनाव हो चुका है और कई फिल्मों का चुनाव अभी जारी है।

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पहला फिल्म सेट और स्टूडियो

बिहार अब स्थायी फिल्म निर्माण संबंधी संरचनाएं भी विकसित कर रहा है। वाल्मीकी नगर में राज्य का पहला फिल्म सेट बन रहा है, जहां सागर श्रीवास्तव की हिंदी फिल्म ‘टिया’ की शूटिंग हो रही है। इसके अलावा जहानाबाद के काको स्थित पाली में हैदर काजमी स्टूडियो स्थापित हुआ है, जहां कई फिल्मों की शूटिंग चल रही है। काजमी खुद एक चर्चित अभिनेता और निर्देशक हैं।

इन जिलों में हो रही शूटिंग

फिल्मों की शूटिंग नालंदा, नवादा, गया, पटना, बगहा, रोहतास, वैशाली, सीतामढ़ी, दरभंगा और जहानाबाद जैसे जिलों में की जा रही है। इससे इन जिलों को पर्यटन और स्थानीय व्यवसाय की दृष्टि से लाभ मिल रहा है।

‘ओह माय डॉग’/ सेनापति की शूटिंग पूरी

हाल ही में बॉलीवुड अभिनेता पंकज त्रिपाठी की फिल्म ‘ओह माय डॉग’/ सेनापति की शूटिंग पटना के विभिन्न लोकेशनों पर संपन्न हो चुकी है। फिल्म निर्माण कंपनी जार पिक्चर एलएलपी ने इस सहयोग के लिए बिहार फिल्म निगम को धन्यवाद भी दिया है।

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फिल्म शिक्षा की भी शुरुआत

बिहार फिल्म नीति केवल शूटिंग तक सीमित नहीं है, बल्कि यह फिल्म शिक्षा और प्रशिक्षण के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण कदम उठा रही है। हाल ही में बिहार दिवस के अवसर पर आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय में प्रसिद्ध अभिनय प्रशिक्षक हेमंत माहौर की तरफ से मास्टर क्लास का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में युवाओं ने भाग लिया। इसके साथ ही पुणे फिल्म संस्थान, सत्यजीत रे फिल्म संस्थान तथा राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय में अध्ययनरत बिहार के छात्रों के लिए छात्रवृत्ति योजना भी प्रारंभ की गई है। अभी तक एक छात्र आशीष कुमार को छात्रवृत्ति प्रदान की जा चुकी है और अन्य कई आवेदनों की प्रक्रिया जारी है।

अनुदान योजना: 4 करोड़ तक की सहायता

बिहार फिल्म पॉलिसी के तहत यदि कोई फिल्म 75 प्रतिशत से अधिक शूटिंग बिहार में करती है, तो उसे 4 करोड़ रुपये तक का अनुदान राज्य सरकार की ओर से दिया जाता है। इस पहल ने कई फिल्म निर्माताओं को बिहार की ओर आकर्षित किया है।

अब तक इन फिल्मों को मिली है शूटिंग की मंजूरी

  1. संघतिया – भोजपुरी
  2. द लांग जर्नी होम – अंग्रेजी एवं भोजपुरी
  3. बिहार का जलवा – हिंदी (डॉक्यूमेंट्री)
  4. सुहागिन के सेनूर – भोजपुरी
  5. लाइफ लीला – हिंदी (वेब सीरीज)
  6. जिनगी बीतवनी तोहरे प्यार में – भोजपुरी
  7. घर का बंटवारा – भोजपुरी
  8. नारी – भोजपुरी
  9. रजनी की बारात – हिंदी
  10. ओह माय डॉग/ सेनापति – हिंदी
  11. टिया – हिंदी
  12. सुगनी – मगही
  13. छठ – भोजपुरी
  14. पेन ब्रश – हिंदी

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बिहार में फिल्म उद्योग का यह नवोदय न केवल रचनात्मक अभिव्यक्ति का नया माध्यम बन रहा है, बल्कि युवाओं के लिए रोजगार, तकनीकी प्रशिक्षण और पर्यटन क्षेत्र में भी नए रास्ते खोल रहा है। स्पष्ट है, अब बिहार सिर्फ साहित्य और संस्कृति की भूमि नहीं, बल्कि सिनेमा की नई प्रयोगशाला के रूप में उभर रहा है।

इस मामले में कला संस्कृति विभाग के सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ अजय कुमार सिंह का कहना है कि हम बिहार को एक सशक्त फिल्म हब के रूप में विकसित करने हेतु संकल्पित हैं। राज्य सरकार की 4 करोड़ रुपये तक की अनुदान योजना इस दिशा में एक निर्णायक कदम है। बिहार हमेशा संभावनाओं की धरती रही। मैं सभी फिल्म निर्माताओं, तकनीकी विशेषज्ञों, कलाकारों एवं सांस्कृतिक कर्मियों से आग्रह करता हूं कि वे बिहार की भूमि पर अपने रचनात्मक सपनों को साकार करें।

https://www.youtube.com/@22scopestate/videos

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