Bokaro: बालू तस्करी को लेकर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो पर अब चास के एसडीपीओ प्रवीण सिंह का आधिकारिक बयान सामने आया है। उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि पुलिस की ओर से किसी भी प्रकार की बालू तस्करी नहीं की जा रही है, बल्कि यह पुलिस को बदनाम करने की एक सोची-समझी साजिश है।
उन्होंने बताया कि यह साजिश उन लोगों द्वारा रची गई है जो बालू तस्करी के अवैध धंधे से जुड़े हुए हैं और पुलिस की सख्ती के चलते अब इस तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। एसडीपीओ ने कहा कि पुलिस लगातार अवैध बालू परिवहन पर कार्रवाई कर रही है और कई ट्रैक्टर जब्त किए गए हैं।
वायरल वीडियो में दिख रहे हाईवा वाहन चालक द्वारा वैध कागजात प्रस्तुत किए गए हैं, जिसकी जांच खनन विभाग को भेज दी गई है। जांच जारी है और संबंधित विभाग की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
एसडीपीओ ने बताया कि पुलिस के कार्य में बाधा पहुंचाने वालों के विरुद्ध सरकारी कार्य में बाधा डालने का मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने दोहराया कि ऐसे तत्व जो पुलिस को बदनाम कर क्षेत्र में अवैध बालू खनन को बढ़ावा देना चाहते हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
वायरल वीडियोः घटना चास मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के पुपुंकी इलाके की है, जहां ग्रामीणों ने एक बालू लदे हाईवा को रोककर पुलिस पर आरोप लगाए थे कि वह बालू तस्करी में संलिप्त है। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया था, जिस पर अब पुलिस प्रशासन ने अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है।
एसडीपीओ प्रवीण सिंह ने यह भी कहा कि एनजीटी के दिशा-निर्देशों के अनुसार जिले में किसी भी कीमत पर अवैध बालू खनन नहीं होने दिया जाएगा और जो भी इसमें संलिप्त पाया जाएगा, उस पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
रिपोर्टः चूमन कुमार