रांची : रिम्स में लंबे इंतजार के बाद सोमवार को जन औषधि केंद्र खुल गया. जन औषधि केंद्र का उद्घाटन स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने किया. उद्घाटन के बाद मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि रिम्स में आने वाले मरीज को अब सस्ती औषधियां मिलेगी. सभी दवाइयां ब्रांडेड की तुलना में काफी सस्ती मिलेंगी. इसके बाद भी मरीजों को प्रिंट रेट से सात फीसदी सस्ती दर पर दवाइयां उपलब्ध होंगी. उन्होंने बताया कि रिम्स इमरजेंसी गेट के सामने मौजूद इस दवाई दुकान में मरीजों को 24 घंटे सेवा दी जाएगी, ताकि देर रात को मरीजों को दवाई के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़े.
मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि फिलहाल जन औषधि केंद्र में 198 किस्म की दवाइयां मिलेंगी. भविष्य में 750 प्रकार की दवाइयों को शामिल किया जायेगा. उच्च स्तरीय निगरानी के लिए ड्रग कंट्रोलर विभाग और स्थानीय रिम्स प्रबंधन मौजूद रहेंगे. इसी के साथ बीपीपीआई की उच्च स्तरीय निगरानी में यह काम किया जाएगा. ताकि लोगों को जो औषधियां मिल रही है उसके मानक के विरुद्ध में कोई काम नहीं हो सके.
उन्होंने कहा कि राज्य स्तर पर सभी जिला अस्पताल, अनुमंडल अस्पताल, पीएचसी, सीएचसी तक इसे ले जाने की योजना है, ताकि इस योजना से झारखंड के गरीब लोगों को सस्ती दरों पर दवाई मिल सके. उन्होंने कहा कि सर्वे के दौरान एक बात सामने आई थी कि हिंदुस्तान में जो लोगों की वार्षिक आय है उसका 30 प्रतिशत हिस्सा स्वास्थ्य पर लोग खर्च करते हैं. इसलिए जन औषधि केंद्र बहुत जरूरी हो गया है. मंत्री ने कहा कि सर्जिकल आइटम को सस्ते और न्यूनतम दर पर उपलब्ध हो इसके लिए भी हम आगे बढ़ रहे हैं. भविष्य में उस व्यवस्था को लागू करने की दिशा में काम कर रहे हैं. मौके पर रिम्स के निदेशक, सांसद संजय सेठ, विधायक समरी लाल, शासी परिषद सदस्य सहित कई लोग मौजूद रहे.
85 प्रतिशत तक कम कीमत पर मिलेंगी दवाइयां
मरीजों को 85 प्रतिशत तक कम कीमत पर दवाइयां उपलब्ध हो सकेंगी. इससे गरीब मरीजों को काफी राहत मिलेगी. नई एजेंसी को रिम्स की ओर से यह केंद्र दिया गया है.
झारखंड हाईकोर्ट ने भी लगाई थी फटकार
मालूम हो कि झारखंड हाईकोर्ट ने रिम्स में जन औषधि केंद्र नहीं खोले जाने पर कड़ी नाराजगी जताई थी. अदालत ने कहा था कि लोग दो-तीन माह से बाहर से दवाएं खरीद रहे हैं, उन्हें आर्थिक हानि उठानी पड़ रही है. कोर्ट के आदेश के बाद भी रिम्स की ओर से अभी तक जन औषधि नहीं खोला जाना काफी दुखद है. इस टिप्पणी के बाद रिम्स निदेशक ने आश्वस्त किया था कि वह जनवरी तक जन औषधि केंद्र खोलने की प्रक्रिया पूरी कर लेंगे.
रिपोर्ट – करिश्मा सिन्हा
रिम्स में आधारभूत संरचना का खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है- हाई कोर्ट