रांची: झारखंड में मानसून के दस्तक देते ही हालात बिगड़ने लगे हैं। 17 जून को मानसून की आधिकारिक एंट्री के बाद केवल सात दिनों में राज्य में लगभग 248 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है, जो सामान्य से काफी अधिक है। रांची में तो अब तक 459 मिमी बारिश हो चुकी है, जबकि सामान्यतः इस समय तक यहां केवल 123 मिमी बारिश होती है। यानी 102% अधिक वर्षा दर्ज की गई है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक, राज्य में 29 जून तक बारिश जारी रहने की संभावना है। वहीं, 24 से 27 जून तक झारखंड के विभिन्न जिलों में येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किए गए हैं। इनमें रांची, खूंटी, गुमला, सिमडेगा, पश्चिमी सिंहभूम, पूर्वी सिंहभूम, लोहरदगा और सरायकेला-खरसावां जैसे जिले शामिल हैं, जहां भारी बारिश और वज्रपात की चेतावनी दी गई है।
बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त, रांची में 5 लोगों की मौत
राजधानी रांची में सोमवार को दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक हुई मूसलधार बारिश ने कहर बरपा दिया। शहर की कई सड़कें जलमग्न हो गईं, तो वहीं पांच लोगों की दर्दनाक मौत भी हो गई। मोरहाबादी के बबलू उरांव स्कूटी से अपने बच्चों के साथ जा रहे थे, तभी बहुबाजार में अचानक एक दीवार गिर गई, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
वहीं, सोनाहातू में भैंस चरा रहीं रमनी देवी (60) और द्रौपदी देवी (40) वज्रपात की चपेट में आकर मारी गईं। गढ़वा के मेराल में अशर्फी प्रजापति (50) और जमशेदपुर में नीतीश कुमार सिंह (18) की भी वज्रपात से जान चली गई।
सेवा सदन अस्पताल से लेकर शहर के मोहल्लों तक गंदा पानी भर गया, जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। रांची के अलबर्ट एक्का चौक पर नागरिकों ने जलजमाव और प्रशासन की उदासीनता के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया।
तापमान में भी गिरावट
लगातार बारिश के चलते राज्य में तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। सरायकेला का अधिकतम तापमान 34.7°C, जबकि रांची का अधिकतम तापमान 31.2°C रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से 0.7°C कम है।
प्रशासन को चेताया गया
मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने लोगों से वज्रपात के दौरान सतर्क रहने की अपील की है। साथ ही जिलों के प्रशासन को अलर्ट रहने को कहा गया है, क्योंकि अगले तीन दिनों तक मौसम और बिगड़ सकता है।