पटना : बिहार में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) नजदीक आ रहे हैं नेताओं का आने का सिलसिला जारी है। साथ ही सभी पार्टियां पूरी तरह चुनावी मोड में आ चुकी है। हर पार्टी के बड़े नेता बिहार तो आ रहे हैं साथ ही बैठक में कर रहे हैं। चुनाव को देखते हुए नेताओं का एक-दूसरे से मिलने का सिलसिला जारी है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) के राष्ट्रीय महासचिव डी राजा (D Raja) ने बुधवार यानी 25 जून को महागठबंधन के समन्वय समिति के संयोजक और प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) से मुलाकात कर बैठक की। दोनों नेताओं के बीच बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों से लेकर राज्य राजनीति परिदृश्य पर चर्चा हुई।
महागठबंधन द्वारा पूरी एकजुटता के साथ NDA के विरुद्ध चुनाव लड़ने पर सहमति बनी
इसके बाद महागठबंधन द्वारा पूरी एकजुटता के साथ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के विरुद्ध चुनाव लड़ने पर सहमति बनी। सीपीआई के राष्ट्रीय महासचिव डी राजा ने विधानसभा चुनाव में भाकपा द्वारा दो दर्जन से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ने की इच्छा से तेजस्वी यादव को अवगत कराया और सीटों की सूची भी उन्हें सौंप दी।
तेजस्वी ने दिलाया भरोसा
इस पर तेजस्वी प्रसाद यादव ने भरोसा दिलाया कि महागठबंधन के समन्वय समिति की होने वाली बैठक मेंसर्वसम्मति से घटक दलों को सम्मानपूर्वक सीटें देने पर निर्णय लिया जाएगा। तेजस्वी यादव के साथ डी राजा की हुई बैठक में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव रामनरेश पांडेय, राज्य सचिव मंडल सदस्य संजय कुमार, ओमप्रकाश नारायण और अवधेश कुमार राय भी मौजूद थे। भाकपा की ओर से जिन दो दर्जन से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़नेकी दावेदारी की गई है। उसमें तेघड़ा, बखरी, बछवाड़ा, हरलाखी, झंझारपुर, रूपौली, फुलवारीशरीफ, डुमरांव, गोह, बांका, बेलदौर, केसरिया, चनपटिया, मोतिहारी, जाले, बारिसनगर ,सिकंदरा, खजौली और करगहर प्रमुख हैं।
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