Chaibasa: सारंडा जंगल में पिछले 10 दिनों से घायल अवस्था में घूम रहे हाथी की कल देर रात इलाज के दौरान मौत हो गई। यह हाथी IED ब्लास्ट में घायल हुआ था और लगातार खून बहने के कारण उसकी हालत गंभीर बनी हुई थी। कल देर शाम वन विभाग और गुजरात की वन्यजीव संरक्षण संस्था वनतारा की मेडिकल टीम ने हाथी को ट्रेंकुलाइज कर दीघा क्षेत्र से जराईकेला लाया था। जहां उपचार शुरू किया गया। मगर इलाज के दौरान ही रात में हाथी ने दम तोड़ दिया।
आज होगा पोस्टमार्टम
वन विभाग की निगरानी में आज हाथी का पोस्टमार्टम किया जाएगा ताकि मौत के सही कारणों की पुष्टि हो सके। अधिकारियों ने बताया कि हाथी के शरीर में गहरे जख्म थे और कई दिनों तक रक्तस्राव होता रहा, जिससे वह बेहद कमजोर हो चुका था।
वन विभाग और वनतारा की टीम मौके पर थी मौजूद
इलाज के प्रयास में आरसीसीएफ स्मिता पंकज, डीएफओ अभिरूप सिन्हा, वनतारा के डॉ. तेनजिंग समेत कई वनकर्मी लगे हुए थे, लेकिन हाथी की हालत इतनी बिगड़ चुकी थी कि उसे बचाया नहीं जा सका।