Deoghar: इस वर्ष आयोजित होने वाले श्रावणी मेले 2025 में श्रद्धालुओं को बेहतर और सुरक्षित अनुभव देने के लिए प्रशासन की ओर से आधुनिक तकनीक का बड़ा उपयोग किया जा रहा है। झारखंड के पर्यटन मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने सोमवार को देवघर सर्किट हाउस में आयोजित समीक्षा बैठक में तैयारियों की विस्तृत जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि इस बार बाबा बैद्यनाथ मंदिर में किसी भी श्रद्धालु को वीआईपी ट्रीटमेंट नहीं मिलेगा। साथ ही रविवार और सोमवार को शीघ्रदर्शनम सुविधा भी बंद रहेगी, जिससे समान रूप से सभी श्रद्धालु बाबा का दर्शन कर सकें।
मंत्री ने निर्देश दिया कि देवघर और बासुकीनाथ के बीच आवागमन में कोई बाधा न हो, इसके लिए जिला प्रशासन और नेशनल हाईवे प्राधिकरण आपसी समन्वय से व्यवस्था सुनिश्चित करें।
नई तकनीकी सुविधाएं:
- इस बार मेला क्षेत्र में QR कोड आधारित फीडबैक सिस्टम लागू किया गया है। जिससे श्रद्धालुओं की समस्याओं का तुरंत समाधान किया जा सके।
- AI आधारित इंटीग्रेटेड मेला कंट्रोल रूम, 200 हाई-टेक कैमरे, चैटबॉट हेल्पलाइन, डिजिटल पवेलियन, और इनफॉर्मेशन फीडबैक सिस्टम को सक्रिय किया गया है।
- खास बात यह है कि पहली बार मेला क्षेत्र में RFID (Radio Frequency Identification) तकनीक का उपयोग हो रहा है। यह तकनीक विशेष रूप से बुजुर्ग, बच्चे और दिव्यांगों की निगरानी में सहायक होगी।
देवघर डीसी नमन प्रियेश लकड़ा ने बताया कि RFID कार्ड के जरिए वस्तुओं और व्यक्तियों की रेडियो तरंगों से पहचान की जा सकेगी, जिससे भीड़भाड़ में श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो सकेगी।