Monday, August 4, 2025

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सावन की आज आखिरी सोमवारी, शिवालयों में सुबह से ही भक्तों की दिखी भारी भीड़

सासाराम/आरा/मोकामा/औरंगाबाद/मधेपुरा : सावन की आज यानी समोवार आखिरी सोमवारी है। पटना सहित बिहार के हर जिलों के शिवालयों में सुबह से ही भक्तों की भारी भीड़ देखी जा रही है। श्रद्धालु सुबह से ही मंदिरों में बाबा भोलेनाथ पर जलाभिषेक कर रहे हैं। बिहार के सासाराम, भोजपुर और बाढ़ के शिवालय में ही भक्तों की सुबह से ही भारी भीड़ देखी जा रही है। श्रद्धालु लंबी-लंबी लाइन लगाकर बाबा भोलेनाथ पर जलाभिषेक कर रहे हैं। राजधानी पटना की मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गयी।

गुप्ता धाम शिवालय में 54 फीट का कावड़ लेकर कांवरियों का दल जलाभिषेक के लिए पहुंचा

रोहतास जिले में सावन के अंतिम सोमवारी के दिन चेनारी के कैमूर पहाड़ी पर स्थित गुप्ता धाम शिवालय में 54 फीट का कावड़ लेकर कांवरियों का दल जलाभिषेक के लिए पहुंचा है। इस 54 फीट के कांवर को उठाने के लिए 75 कावरियों का जत्था पहुंचा है। यह लोग अपने कांवर में भगवान शिवये, देवी पार्वती के अलावा देवी दुर्गा, देवी काली, राधा-कृष्ण, लक्ष्मी और गणेश जी की भी प्रतिमा और तस्वीर सम्मिलित किए हुए हैं। इतना ही नहीं, कांवर में चांदी भी कई जगह जड़ित की गई है। शिव भक्तों की टोली गुप्तेशर धाम पैदल पहुंचे हैं।

कांवरिया का जत्था पटना से चेनारी पहुंचा है

आपको बता दें कि कांवरिया का जत्था पटना से चेनारी पहुंचा है। चेनारी से अदभुत कांवर लेकर लगभग 40 किलोमीटर पहाड़ी इलाकों और जंगलों से गुजरते हुए गुप्तेश्वर नाथ महादेव के गुफा में पैदल पहुंचकर जलाभिषेक कर रहे हैं। साथ में ढोल नगाड़ा भी लेकर भी चल रहे है। यह अद्भुत कांवर यात्रा को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ गई। बता दें कि कैमूर पहाड़ी के गुप्ता धाम शिवालय में सावन में विशेष जलाभिषेक की परंपरा है।

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आरा में सावन के अंतिम सोमवारी पर बुढ़वा महादेव में उमड़े श्रद्धालु, मंदिरों में लगी भक्तों की कतार

भोजपुर के आरा शहर में बुढ़वा महादेव मंदिर में गहरी आस्था है। सावन की अंतिम सोमवारी को लेकर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी है। सावन माह में भगवान शंकर की पूजा-अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। सोमवार का दिन भगवान शंकर को समर्पित होता है, जिस वजह से सावन के सोमवार का महत्व कई गुना बढ़ जाता है। सावन के अंतिम सोमवार पर भगवान शंकर को प्रसन्न करने के लिए शिवलिंग पर जलाअभिषेक को लेकर श्रद्धालुओं की काफी भीड़ देखी जा रही है।

आरा में सावन के अंतिम सोमवारी पर बुढ़वा महादेव में उमड़े श्रद्धालु, मंदिरों में लगी भक्तों की कतार

बुढ़वा महादेव मंदिर की अपनी आस्था है, सच्चे मन से मन्नत मांगने पर पूरी होती है

आरा के बुढ़वा महादेव मंदिर की अपनी आस्था है यहां सच्चे मन से मन्नत मांगने पर पूरी होती है। इसे लेकर सावन की सोमवारी और महाशिवरात्रि में विशेष पूजा अर्चना की व्यवस्था रखी गई है। सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ है। वहीं जिला प्रशासन और यहां मंदिर प्रशासन द्वारा सुरक्षा को लेकर विशेष तैयारी और व्यवस्था है। इस रास्ते में आने जाने वाले वाहनों को नो एंट्री कर दी गई है। यातायात पुलिस और जिला प्रशासन के कर्मी मौजूद है।

अंतिम सोमवरी को मोकामा के शिवालयों में आस्था और भक्ति का सैलाब उमड़ पड़ा

सावन माह की अंतिम सोमवरी को मोकामा के शिवालयों में आस्था और भक्ति का सैलाब उमड़ पड़ा। हर तरफ शिव के जयकारे से मंदिर गुंजायमान हो उठा। सुबह से ही भक्तों की लंबी कतारें लगी रही। भक्तों ने आखिरी सोमवारी को शिव पर जलाभिषेक किया और सुख-शांति की दुआ मांगी। मोकामा के सभी शिवालयों में भक्तों ने शिव की पूजा की। शिवनार के ऐतिहासिक नीलकंठ महादेव मंदिर में सूबे के कोने-कोने से आए भक्तों का तांता लगा रहा। कहा जाता है कि नीलकंठ महादेव के दर से कोई भक्त खाली हाथ नहीं लौटता है। भक्तों ने गंगाधर महादेव की भी पूजा अर्चना की। हर तरफ आखिरी सोमवरी की रौनक रही।

अंतिम सोमवरी को मोकामा के शिवालयों में आस्था और भक्ति का सैलाब उमड़ पड़ा

सावन के अंतिम सोमवारी को एक निजी स्कूल के बच्चों ने बना दिया यादगार

औरंगाबाद में सावन के अंतिम सोमवारी को एक निजी स्कूल के बच्चों ने यादगार बना दिया। कांवरिया बन पांच किलोमीटर नंगे पांव चलकर भगवान भोलेनाथ को जल चढ़ाया और देश के सुख समृद्धि की कामना की। प्राप्त जानकारी के अनुसार, शहर के टिकरी मुहल्ले स्थित एक विद्यालय के बच्चों की जिद थी कि विद्यालय की तरफ से उन्हें भी अन्य कांवरियों की तरह सुल्तानगंज से जल उठाकर बाबाधाम पहुंचे और भगवान भोलेनाथ को जल चढ़ाए।

सावन के अंतिम सोमवारी को एक निजी स्कूल के बच्चों ने बना दिया यादगार

परिजन और स्कूल प्रबंधन झुका और एक अलग ढंग से कांवर यात्रा प्रारंभ की

आपको बता दें कि बच्चों की जिद के आगे परिजन और स्कूल प्रबंधन झुका और एक अलग ढंग से कांवर यात्रा प्रारंभ की। शहर के ही टिकरी मोहल्ला के श्री वीर अखाड़ा के मंदिर में जाकर शिव भगवान को बच्चों ने जल चढ़वाया। इस दौरान बच्चों ने गेरुआ वस्त्र धारण कर स्कूल कैंपस से निकले और बोलबम का नारा लगाते हुए मंदिर तक पहुंचे। एक साथ सैकड़ों बच्चों को बोलबम का नारा लगाते देख शहरवासियों ने भी उनकी हौसला बढ़ाया। इस दौरान पूरा टिकरी रोड बोलबम के नारों से गूंज उठा।

अंतिम सोमवारी पर शिव भक्ति में डूबा शहर, शिव मंदिरों में जलाभिषेक को उमड़ा आस्था का सैलाब

हर-हर महादेव के जयकारों से गूंज उठा बिहार के प्रसिद्ध सिंहेश्वर धाम सहित मधेपुरा जिले के सभी इलाका। बता दें कि सावन की अंतिम (चौथी) सोमवारी पर मधेपुरा जिले के मुरलीगंज शिव मंदिर,गंगापुर शिव मंदिर सहित बिहार के प्रसिद्ध सिंहेश्वर धाम में पूरी तरह शिव भक्ति के रंग में डूबा रहा। ऐतिहासिक सिंहेश्वर शिव मंदिर में बाबा भोलेनाथ के जलाभिषेक के लिए सुबह से ही आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। हर-हर महादेव के जयकारों के बीच भक्तों की लंबी कतारें लगी रहीं और लोगों ने बेलपत्र, पुष्प और एक लोटा जल अर्पित कर अपनी मनोकामना पूर्ति की प्रार्थना की।

श्रावण मास की अंतिम सोमवारी होने के कारण आज का दिन अति पावन है

मंदिर के पुजारी लाल बाबा ने बताया कि श्रावण मास की अंतिम सोमवारी होने के कारण आज का दिन अति पावन है। इस अवसर पर मंदिर में दुग्ध (दूध) और गन्ने के रस की धारा से विशेष रुद्राभिषेक का आयोजन किया गया। शाम को होगा बाबा का भव्य श्रृंगार। आज शाम सात बजे बाबा भोलेनाथ और मां पार्वती का विशेष श्रृंगार किया जाएगा, जो यहां का सबसे बड़ा आकर्षण होता है। उन्होंने कहा कि श्रृंगार के समय ऐसा प्रतीत होता है मानो भगवान शिव स्वयं कैलाश से उतरकर भक्तों को अपना स्नेह और आशीर्वाद दे रहे हों। वहीं सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जिला प्रशासन कि तरफ से सभी शिव मंदिरों पर काफी संख्या में पुलिस पदाधिकारियों कि तैनाती की गई।

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सलाउद्दीन, नेहा गुप्ता, विकाश कुमार, रुपेश कुमार और रमण कुमार की रिपोर्ट

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