भागलपुर: भारत के जम्मू कश्मीर में आतंकियों के साथ लोहा लेते हुए बिहार का एक लाल शहीद हो गया। शहीद लाल भागलपुर के नौगछिया के रंगरा प्रखंड के सधवा चापर पंचायत कके चापर गांव निवासी लक्ष्मी यादव के बेटे अंकित यादव हैं जो उरी सेक्टर में भारत पाकिस्तान सीमा पर घुसपैठ की कोशिश कर रहे आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हो गये। अंकित की टीम ने पाकिस्तान सेना के बॉर्डर एक्शन टीम के हमले के जवाब में कार्रवाई करते हुए घुसपैठ की कोशिश विफल कर दी। इस दौरान दुश्मन की गोली से वे घायल हो गये जिन्होंने इलाज के दौरान अंतिम साँस ली।
शहीद अंकित यादव का पार्थिव शरीर 15 अगस्त की सुबह उनके पैतृक आवास में पर लायी जाएगी। आज शाम तक पटना एयरपोर्ट पार्थिव शरीर पहुँचेगा, फिलहाल उनका गांव बाढ़ की त्रासदी झेल रहा है। बाढ़ के बीच शहीद की पत्नी रूबी कुमारी बच्चे और परिजनों के साथ नाव से घर तक पहुंचे, जहां एक तरफ परिजनों के बीच कोहराम मचा हुआ है वही दूसरी और अंकित यादव के शहादत पर खुद को गौरवान्वित भी महसूस कर रहे है। इस गांव में सेना के कई जवान है लेकिन पहली बार कोई जवान इस गांव से शहीद हुआ है।
यह भी पढ़ें – मुजफ्फरपुर में तिरंगा यात्रा में शामिल हुए गृह राज्य मंत्री, कहा…
अंकित यादव 2009 में बिहार रेजीमेंट में बहाल हुए थे। उनके तीन भाई सेना में रह चुके हैं। अंकित यादव अपने पीछे दो बेटे, पत्नी, माता पिता समेत भरा पुरा परिवार छोड़कर गए हैं। अंकित यादव 1 महीने पहले ही गांव आये थे और कुछ दिनों तक रहकर फिर ड्यूटी पर चले गए थे। चार दिनों पहले उन्होंने अपने वार्ड सदस्य को फोन किया था और पत्नी का वोटर कार्ड बनाने की भी बात की थी। घटना से एक दिन पहले अपने बड़े भाई निरंजन से उसकी आखरी बार बात हुई थी।
ग्रामीणों ने बताया कि अंकित यादव गांव में मिलनसार लोगों में से एक थे सबसे मधुरता से पेश आते थे। घटना के वार्ड सदस्य मनोज कुमार को अधिकारियों ने फोन कर इसकी जानकारी दी थी। अंकित यादव के पिता माता और पत्नी फिलहाल बोलने की स्थिति में नहीं है, भारत की आजादी के वर्षगांठ के उत्सव के बीच अंकित यादव का पार्थिव शरीर का कल अंतिम संस्कार होगा।
https://www.youtube.com/@22scopestate/videos
यह भी पढ़ें- लूटपाट कर भाग रहे अपराधी हुए दुर्घटना का शिकार, लोगों ने पकड़ कर…
भागलपुर से राजीव ठाकुर की रिपोर्ट