रांची : झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र में नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने शोक प्रस्ताव पर चर्चा करते हुए दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि आदरणीय गुरुजी शिबू सोरेन न केवल झारखंड बल्कि पूरे देश में समाज सुधारक और जननायक के रूप में जाने जाते थे।
मरांडी ने कहा कि गुरुजी ने आदिवासी समाज में फैली कुरीतियों और सामाजिक आडंबरों के खिलाफ लंबा संघर्ष किया। नशाबंदी को लेकर उनके अभियान का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि जब गांवों में लोगों को पता चलता था कि गुरुजी आने वाले हैं तो लोग खुद घरों से हड़िया-दारू बाहर फेंक देते थे। यह उनका डर नहीं बल्कि सम्मान था। झारखंड आंदोलन और राजनीतिक संघर्ष में उनकी भूमिका को उन्होंने ऐतिहासिक बताया और कहा कि गुरुजी का निधन राज्य और देश के लिए अपूरणीय क्षति है।
उन्होंने शिक्षा मंत्री रहे दिवंगत रामदास सोरेन की सादगी और संघर्षशीलता को भी याद किया। साथ ही पूर्व राज्यपाल सतपाल मलिक, वायु सेना के कैप्टन, वरिष्ठ पत्रकार हरिनारायण और अन्य दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि दी।
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि वरिष्ठ पत्रकार हरिनारायण ने निर्भीक होकर पत्रकारिता की और ‘आजाद सिपाही’ अखबार को खड़ा किया। उन्होंने दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की और उनके परिजनों को दुख सहने की शक्ति देने की कामना की।