पटना: बिहार पुलिस और EOU की लगातार कार्रवाई के बावजूद बिहार में सरकारी नौकरी दिलाने वाले जालसाजों का गैंग लगातार सक्रिय है। गुप्त सूचना के आधार पर राजधानी पटना की पुलिस ने एक होटल में छापेमारी कर जालसाजी गैंग के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने गिरफ्तार जालसाज के पास से कई अभ्यर्थियों के शैक्षणिक प्रमाण पत्र और विभिन्न बैंकों के चेकबुक भी बरामद किया है।
गिरफ्तार जालसाज की पहचान नालंदा के भगवानपुर निवासी अजय कुमार सिन्हा को गिरफ्तार किया। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने फिर समस्तीपुर के भोजपुर गांव निवासी उदय कुमार झा उर्फ अविनाश कुमार को भी गिरफ्तार कर पूछताछ में जुटी है। मामले में पटना सिटी पूर्वी परिचय कुमार ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर मीठापुर स्थित एक होटल में छापेमारी कर एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में उसने बताया कि सारा कागजात समस्तीपुर निवासी उदय झा का है जिसे वह उसके पास पहुंचा देगा। बाद में पुलिस ने उदय झा को भी उसके घर से गिरफ्तार कर पटना ले आई। पूछताछ में अजय कुमार सिन्हा ने बताया कि सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर अभ्यर्थियों से मोटी रकम वसूली जाती है। रुपए पूरे नहीं दिए जाने तक उनका मूल प्रमाण पत्र और हस्ताक्षर किया एक ब्लैंक चेक ये लोग रख लेते हैं ताकि बाद में पैसे देने से कोई अभ्यर्थी मुकरे नहीं।
अभ्यर्थी के लिए परीक्षा केंद्र पर करते थे विशेष व्यवस्था
सिटी एसपी ने बताया कि ये लोग जिनका भी मूल प्रमाण पत्र लेते थे उनके लिए परीक्षा केंद्र पर विशेष व्यवस्था करवाते थे। उन्होंने बताया कि हालांकि अभी तक इन लोगों ने गलत तरीके से किसी को नौकरी दिलवाई है या नहीं अभी तक इसका प्रमाण नहीं मिला है लेकिन इनके पास से कई अभ्यर्थियों के मूल प्रमाण पत्र तथा ब्लैंक चेक मिला है।
बताया रेट लिस्ट
सिटी एसपी ने बताया कि गिरफ्तार जालसाजों ने पूछताछ में बताया कि अलग अलग नौकरी के लिए अभ्यर्थियों से अलग अलग चार्ज वसूलते थे। ये लोग टीईटी परीक्षा के लिए दो लाख रुपए, बीपीएससी इंजीनियरिंग परीक्षा के लिए 50 लाख रुपए, बीपीएससी शिक्षक भर्ती परीक्षा के लिए 15 लाख और एएनएम के लिए 6 लाख रुपए वसूलते थे।
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