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Latehar: जिले के बालूमाथ प्रखंड के बघोता टोला में रविवार को एक जंगली हाथी का बच्चा मृत अवस्था में पाया गया। इस घटना से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है। ग्रामीणों के अनुसार पिछले एक सप्ताह से आसपास के गांवों में हाथियों का झुंड लगातार उत्पात मचा रहा था और खेतों में लगी धान की फसल को नुकसान पहुंचा रहा था।
ग्रामीणों ने बताया कि शनिवार की रात को भी हाथियों का झुंड गांव के पास पहुंचा था। उसी दौरान झुंड में शामिल किसी बड़े हाथी के पैर के नीचे दब जाने से हाथी के बच्चे की मौत हो गई। घटना के बाद ग्रामीणों ने वन विभाग को इसकी जानकारी दी।
वन विभाग और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई :
सूचना मिलते ही वनरक्षी विजय शंकर शर्मा की अगुवाई में वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। प्राथमिक जांच में आशंका जताई गई कि बच्चा किसी वयस्क हाथी के पैर के नीचे आने से कीचड़ में दबकर दम तोड़ गया। वहीं यह सुनिश्चित करने के लिए कि कहीं किसी ने गोली मारकर तो हत्या नहीं की, बालूमाथ पुलिस की टीम ने मेटल डिटेक्टर से पूरे क्षेत्र की गहन जांच की। हालांकि जांच में किसी तरह के बाहरी हमले या गोलीबारी के संकेत नहीं मिले हैं।
पोस्टमार्टम से खुलेगा मौत का रहस्य :
घटना के बाद डाॅक्टर की टीम भी मौके पर पहुंची और हाथी के बच्चे के शव का पोस्टमार्टम कराने की तैयारी की गई। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारणों का खुलासा हो पाएगा।
क्षेत्र में चिंता का माहौल :
जंगली हाथी के बच्चे की मौत से ग्रामीणों में गम और चिंता का माहौल है। लोग हाथियों के लगातार बढ़ते आवागमन से दहशत में हैं। वहीं प्रशासन ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे रात के समय सतर्क रहें और हाथियों के झुंड के नजदीक न जाएं। वन विभाग की टीम ने आश्वासन दिया है कि हाथियों की गतिविधियों पर लगातार नजर रखी जा रही है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
रिपोर्टः प्रमेश पांडे