रांची. भारत मौसम विभाग (IMD) ने आज झारखंड से दक्षिण-पश्चिम मानसून 2025 की आधिकारिक विदाई की घोषणा की। इस वर्ष राज्य में मॉनसून का आगमन 17 जून 2025 को हुआ था और अब 118 दिनों की अवधि के बाद इसका समापन हुआ।
झारखंड में इस वर्ष मानसून सीजन के दौरान 1243.9 मिमी वर्षा दर्ज की गई, जो कि सामान्य वर्षा (1009.0 मिमी) की तुलना में 23 प्रतिशत अधिक रही। यह आंकड़ा “अधिक वर्षा (Excess Rain)” की श्रेणी (Departure: +20% से +59%) में आता है।
जिलावार वर्षा की स्थिति
- 8 जिलों में अधिक वर्षा (Excess Rain) दर्ज की गई।
- 15 जिलों में सामान्य वर्षा (Normal Rain) हुई।
- केवल एक जिला गोड्डा कम वर्षा (Deficient Rain) (Departure: -20% से -59%) की श्रेणी में रहा।
सबसे अधिक और कम वर्षा वाले जिले
- पूर्वी सिंहभूम में सर्वाधिक 1666.1 मिमी वर्षा (Departure: +52%) दर्ज की गई।
- गोड्डा में सबसे कम 750.5 मिमी वर्षा (Departure: -18%) दर्ज की गई।
दक्षिण-पश्चिम मानसून
दक्षिण-पश्चिम मानसून की विदाई के साथ अब झारखंड शुष्क और ठंडे मौसम की ओर अग्रसर हो रहा है। यह बदलाव किसानों, मौसम वैज्ञानिकों और आम जनता के लिए मौसमीय योजना बनाने के लिहाज से महत्वपूर्ण है। आधिकारिक तौर पर मानसून सीजन जून से सितंबर तक माना जाता है, हालांकि इस वर्ष इसका असर अक्टूबर मध्य तक रहा।
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