रांची के पूर्व DC छवि रंजन को सुप्रीम कोर्ट से 29 महीने बाद जमानत मिली। जेल से रिहा होने पर चेहरे पर सुकून, पत्नी ने मिठाई खिलाकर स्वागत किया।
Chhavi Ranjan Bail News रांची : सेना के कब्जे वाली बरियातू की जमीन की खरीद-बिक्री से जुड़े चर्चित मामले में जेल में बंद रांची के पूर्व उपायुक्त छवि रंजन को आखिरकार 29 महीने बाद राहत मिल गई। सोमवार को वे सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार, होटवार से रिहा हो गए।
रिहाई के समय का दृश्य काफी भावनात्मक रहा। उनकी पत्नी मिठाई लेकर जेल के बाहर पहुंचीं और रिहाई के बाद पति को मिठाई खिलाई। गिरफ्तारी के वक्त जहां उनके चेहरे पर निराशा झलक रही थी, वहीं अब उनके चेहरे पर सुकून और राहत साफ दिखी।
Key Highlights:
रांची के पूर्व DC छवि रंजन को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली।
29 माह बाद जेल से बाहर निकले, पत्नी मिठाई लेकर पहुंचीं।
ईडी की गिरफ्तारी के बाद से 4 मई 2023 से जेल में थे बंद।
सुप्रीम कोर्ट ने 10 अक्टूबर 2025 को दी जमानत, शर्तों के साथ।
कोर्ट में दाखिल किए दो जमानतदार और लिखित आश्वासन।
जेल से निकलते समय छवि रंजन के चेहरे पर था सुकून, पहले गिरफ्तारी के वक्त दिखी थी निराशा।
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छवि रंजन की ओर से ईडी के स्पेशल जज योगेश कुमार की अदालत में मुचलका और सुप्रीम कोर्ट की शर्तों के पालन का लिखित आश्वासन दाखिल किया गया।
उनकी ओर से एक-एक लाख रुपये के दो जमानतदार भी कोर्ट में प्रस्तुत किए गए। दस्तावेजों की जांच के बाद कोर्ट ने रिहाई का आदेश जारी किया।
सुप्रीम कोर्ट ने 10 अक्टूबर 2025 को उनकी जमानत याचिका स्वीकार की थी। जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जॉयमाला बागची की बेंच ने शर्तों के साथ जमानत दी थी।
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ईडी ने छवि रंजन को 4 मई 2023 को गिरफ्तार किया था। उन पर आरोप था कि उन्होंने बरियातू स्थित सेना के कब्जे वाली जमीन की खरीद-बिक्री में अनियमितता बरती।
उनकी जमानत याचिका पहले ईडी कोर्ट और फिर झारखंड हाईकोर्ट ने खारिज कर दी थी। 6 अगस्त 2025 को हाईकोर्ट ने भी राहत देने से इंकार कर दिया, जिसके बाद उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में स्पेशल लीव पिटीशन (SLP) दाखिल की थी।
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4 मई 2023 को जब ईडी की टीम ने छवि रंजन को गिरफ्तार किया था, तब उनके चेहरे पर गहरी निराशा थी।
लंबे कानूनी संघर्ष, परिवार से दूरी और जेल की कठिन परिस्थितियों के बीच उन्होंने लगभग 880 दिन बिताए।
14 अक्टूबर 2025 को जब वे जेल से बाहर निकले, तो उनके चेहरे पर सुकून और आंखों में राहत झलक रही थी।
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