पटना : भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता व पूर्व राज्यसभा सांसद स्व. सुशील कुमार मोदी, पूर्व मंत्री तारकिशोर प्रसाद व राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव के लिए अनलकी साबित होने वाला बांग्ला पांच देशरत्न मार्ग कैसे डिप्टी सीएम व गृह मंत्री सम्राट चौधरी के लिए लकी साबित हुआ। पांच देशरत्न मार्ग डिप्टी सीएम को आमंत्रित किया जाता है।
सभी पुरानी धारणा को सम्राट चौधरी ने किया ध्वस्त
आपको बता दें कि 2015 के बाद इस बांग्ला के बारे में यह धारणा थी कि जो भी इस बांग्ला के अंदर एक बार डिप्टी सीएम बनकर गया है दोबारा वह डिप्टी सीएम नहीं बन पाया है। चाहे वह सुशील मोदी की बात कर लें या तेजस्वी यादव की बात कर ले या फिर तारकिशोर प्रसाद की बात कर लें। सम्राट चौधरी के लिए यह बांग्ला लकी साबित होते हुए दिखाई दे रहा है। क्योंकि सम्राट चौधरी जब 2024 में एनडीए की सरकार बनी थी। तब सम्राट चौधरी डिप्टी सीएम बने और उनको यह बांग्ला आवंटित किया गया।
डिप्टी CM बनने के बाद फिर से सम्राट को दिया गया वहीं बांग्ला
मीडिया ने जब सम्राट चौधरी से बंग्ले के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि हम बस एक कार्यकर्ता हैं। हमें दोबारा डिप्टी सीएम नहीं बनना है। पार्टी जो कहेगी वह मानेंगे। 2025 के विधानसभा चुनाव में एनडीए को प्रचंड बहुमत आया। नीतीश कुमार मुख्यमंत्री तो सम्राट चौधरी उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ लिए। फिर से सम्राट चौधरी पांच देशरत्न मार्ग में प्रवेश किए हैं। जहां पर चहल कदमी देखने को मिलती है। पूरे बिहार से लोग सम्राट चौधरी से मिलने के लिए आते हैं और उन्हें बधाई देते हैं।
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अंशु झा की रिपोर्ट
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