181 मेल एक्सप्रेस ट्रेन कैंसिल
नई दिल्ली : सेना में भर्ती के लिए केंद्र सरकार की ओर से लाई गई अग्निपथ योजना का देशभर में
जोरदार विरोध हो रहा है. वहीं लगातार हो रहे विरोध प्रदर्शन
कई राज्यों में हिंसक होते भी नजर आए हैं.
फिलहाल बिहार में प्रदर्शनकारियों और छात्र संगठनों के बिहार बंद
बुलाए जाने के बाद आज भारत बंद बुलाया गया है.
इसे लेकर देश के कई राज्यों में प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ाने के निर्देश दिए हैं.
अग्निपथ स्कीम के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शन के बीच 181 मेल एक्सप्रेस को रद्द किया गया है.
इसके साथ ही, 348 पैसेंजर ट्रेनों को भी कैसिंल किया गया.
रेलवे मंत्रालय ने बताया कि इसके अलावा, 4 मेल एक्सप्रेस
और 6 पैसेंजर ट्रेनों को आंसिल रूप से रद्द किया गया या है.
किसी भी ट्रेन को डायवर्ट नहीं किया गया.
ट्रेनों के रद्द होने से लोगों को बढ़ी परेशानी
अग्निपथ स्कीम के खिलाफ भारत बंद के एलान के बाद कई ट्रेनें रेलवे ने रद्द कर दी है. इसके बाद लोगों की परेशानी काफी बढ़ गई है. गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर एक यात्री ने कहा कि तीन-चार घंटे से ट्रेन का इंतजार कर रहे हैं. जब हमने पिछले रात ट्रेन के स्टेटस चेक किया था तो उसमे कैंसिल नहीं बताया गया था. लेकिन जब स्टेशन पहुंचा तो पता चला कि ट्रेन रद्द की जा चुकी है.
बिहार के 20 जिलों में इंटरनेट बंद
सेना में नई भर्ती श्अग्निपथ स्कीमश् के खिलाफ आज सोशल मीडिया पर श्भारत बंदश् के आह्वान को लेकर कई राज्य अलर्ट पर है. बिहार के 20 जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद हैं. इस बीच, दिल्ली-गुरुग्राम बॉर्डर पर कड़ाई से चेकिंग के चलते लंबा जाम लग गया है. इधर, झारखंड में भी भारत बंद के चलते स्कूलों को बंद करने का एलान किया गया है.
योजना को वापस ले सरकार- अजय माकन
केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के खिलाफ कांग्रेस नेता अजय माकन ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि, हम दिल्ली के जंतर-मंतर पर सत्याग्रह करेंगे. उन्होंने कहा कि, ष्हम सत्याग्रह पर बैठेंगे और शाम के वक्त देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात कर इस योजना को वापस लेने की मांग करेंगे.
प्रदर्शन करने वालों को सेना ने सुनाई खरी-खरी
अग्निपथ योजना को लेकर देशभर में प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. युवा इस योजना के खिलाफ लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी बीच रविवार तीनों सेनाओं की तरफ से अग्निपथ योजना को लेकर एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई. इस योजना के फायदों के बारे में तो बताया ही गया, साथ ही सेना ने अग्निवीरों का असली मतलब समझाते हुए प्रदर्शन करने वालों को खरी-खरी भी सुनाई. लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा कि भारतीय सेना की नींव अनुशासन है. सेना में आगजनी, तोड़फोड़ के लिए कोई जगह नहीं है. सेना में भर्ती होने के लिए सबसे पहली जरूरत अनुशासन की होती है, इसलिए युवाओं को शांत होकर इस योजना को समझना चाहिए.