रांची: झारखंड सरकार ने धनबाद और बोकारो में जिला स्तरीय पदों के लिए नियुक्ति परीक्षाओं में क्षेत्रीय भाषाओं की सूची से मगही और भोजपुरी को हटा दिया है. शुक्रवार की देर शाम झारखंड सरकार के कार्मिक, प्रशासनिक सुधार और राजभाषा विभाग ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी . पिछले कई महीनों से बोकारो और धनबाद में भोजपुरी ओर मगही भाषा को हटाने की मांग को लेकर पिछले कुछ समय से जोरदार आंदोलन चल रहा था. सरकार के इस फैसले के बाद बोकारो और धनबाद जिले के क्षेत्रीय भाषा की सूची में अब नागपुरी, कुरमाली, खोरठा, उर्दू और बांगला है. बाकी जिलों की क्षेत्रीय भाषाओं की सूची में कोई बदलाव नहीं किया गया है.
जबसे राज्य सरकार ने बोकारो और धनबाद में जिला स्तरीय पदों के लिए नियुक्ति परीक्षाओं में क्षेत्रीय भाषाओं की सूची में मगही और भोजपुरी को शामिल किया था उसके बाद से ही इसका विरोध शुरू हो गया था. खासकर बड़ी संख्या में स्थानीय युवा विरोध में सड़कों पर उतर आए. कई राजनीतिक दलों और नेताओं का भी उन्हे साथ मिला जिसकी वजह से सरकार पर भी दबाव बना. इस मुद्दे पर लगातार तेज़ होते विरोध प्रदर्शनों को देखते हुए आखिरकार सरकार ने फैसला वापस ले लिया.