डिजिटल डेस्क : आईआईटी की छात्रा के यौन उत्पीड़न में फंसे एसीपी मोहसिन ने एसआईटी को दर्ज कराया बयान। यह खबर यूपी से है जहां कानपुर आईआईटी की छात्रा को शादी का झांसा देकर यौन उत्पीड़न करने के आरोप में फंसे कानपुर के तत्कालीन एसीपी मोहसिन खान आखिरकार सामने आ ही गए।
अपने खिलाफ दर्ज हुए आपराधिक मामले में अपना पक्ष रखने को वह एसआईटी के समक्ष हाजिर हुए एवं अपना बयान दर्ज कराया। एसआईटी सदस्यों ने इसकी पुष्टि की है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, आरोपी एसीपी मोहसिन खान लखनऊ मुख्यालय से संबद्ध चल रहे हैं।
एसीपी मोहसिन खान के मोबाइल की फॉरेंसिक जांच कराएगी एसआईटी…
बयान दर्ज करने के साथ ही छात्रा के यौन उत्पीड़न के आरोपी एसीपी मोहसिन खान का मोबाइल भी एसआईटी ने ले लिया है। बताया जा रहा है कि एसआईटी अभी आरोपी एसीपी के मोबाइल कई कारणों से तकनीकी जांच कराने की तैयारी में ताकि आरोप संबंधी इलेक्ट्रानिक-वैज्ञानिक आधार पर तथ्यों की पुष्टि की जा सके।
एसआईटी ने इस मोबाइल को जांच के लिए अपने कब्जे में लेने से पहले आरोपी एसीपी से तकरीबन दो घंटे तक पूछताछ करते उनके बयान दर्ज किए। प्राप्त जानकारी के अनुसार एसीपी के मोबाइल को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा।
एसीपी पर है प्यार का नाटक कर शादी का झांसा देकर यौन संबंध बनाने का आरोप…
बता दें कि यूपी में कानपुर आईआईटी में शोध कर रही एक छात्रा ने कानपुर में ही तैनात रहे एसीपी मोहसिन खान पर शादी का झांसा देकर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। उच्चाधिकारियों को दी गई शिकायती प्रार्थना पत्र में पीड़िता ने बताया है कि आरोपी एसीपी आईआईटी कानपुर से साइबर क्राइम और क्रिमिनोलॉजी की पढ़ाई कर रहे हैं एवं उसी क्रम में कैंपस में दोनों की मुलाकात हुई।
आरोपी एसीपी ने छात्रा से मेलजोल बढ़ाया तो रिसर्च स्कॉलर की नजदीकियां आरोपी एसीपी से बढ़ गई। आरोप है कि एसीपी ने उससे प्यार का नाटक किया और शादी का झांसा देकर यौन संबंध बनाए।
बाद में एसीपी के शादीशुदा होने के साथ कई अन्य सच्चाई सामने आने पर पीड़िता ने दूरी बनानी चाही तो आरोपी एसीपी ने परेशान करना शुूरू किया। फिर पूरे मामले की शिकायत पीड़ित शोध छात्रा ने कानपुर के पुलिस कमिश्नर से की।
केस दर्ज होते ही मेडिक लीव पर गए आरोपी एसीपी ने किया था हाईकोर्ट का रुख लेकिन नहीं रुकी जांच…
आईआईटी कानपुर की छात्रा की शिकायत को यूपी पुलिस ने गंभीरता से लिया। तत्काल एसीपी के खिलाफ कानपुर के पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार के आदेश पर मुकदमा दर्ज किया गया। अपने खिलाफ केस दर्ज होते ही आरोपी एसीपी मोहसिन खान मेडिकल लीव पर चले गए एवं हाईकोर्ट का रुख किया ।
हाईकोर्ट ने आरोपी एसीपी मोहसिन खान की गिरफ्तारी पर रोक तो लगा दी लेकिन उनके खिलाफ जारी जांच को यथावत जारी रखने पर कुछ नहीं कहा। उसके बाद यूपी पुलिस की ओर से प्रकरण की जांच एसआईटी के स्तर पर जारी है। बाद में पीड़ित छात्रा ने एसीपी मोहसिन खान और उसके वकील गौरव दीक्षित के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज कराई।
इस एफआईआर में छात्रा ने आरोप लगाया है कि उसकी मानहानि की जा रही है और धमकाया जा रहा है। साथ एसआईटी के समक्ष अपना बयान दर्ज कराने के बाद पीड़िता ने कई बार यह बात उठाई थी कि आखिर क्यों अभी तक आरोपी का बयान नहीं लिया जा रहा है। उसके बाद एसआईटी के बढ़े दबाव पर आरोपी एसीपी अपना बयान दर्ज कराने एसआईटी के समक्ष पेश हुए थे।