गिरिडीह: मां की हत्या के जुर्म में कस्टडी में लिए गए पुत्र की मौत पुलिस कस्टडी में हो गई. मृतक 55 वर्षीय नागों पांसी बेंगाबाद थाना क्षेत्र के महुआर का रहने वाला था. घटना के बाद एसपी दीपक कुमार शर्मा ने त्वरित कार्रवाई करते हुए बेंगाबाद थाना प्रभारी शशि सिंह एवं एक एसआई मिथुन रजक को तत्काल प्रभाव से लाइन क्लोज कर दिया है. मामले की जांच के लिए न्यायिक टीम का गठन किया गया है. जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी.
मामले की जानकारी देते हुए नोडल पदाधिकारी सह डीएसपी संजय राणा ने बताया कि एसपी के द्वारा न्यायिक जांच के लिए जिला एवं सत्र प्रधान न्यायधीश एवं उपायुक्त को लिखा गया है. वहीं पोस्टमार्टम के लिए एक विशेष मेडीकल टीम का भी गठन किया गया है. डीएसपी ने बताया कि मामले की जांच मानवाधिकार आयोग के गाइडलाइन के तहत किया जाएगा.
डीएसपी ने बताया कि कस्टडी में लेने के बाद पूछताछ में आरोपी ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया था और उसकी निशानदेही पर उसके घर से हत्या में प्रयुक्त खून लगा कुल्हाड़ी एवं गंजी बरामद किया गया है. मृतक ह्रदय रोग से ग्रसित था. इसके अलावा उसके पेट का आॅपरेशन भी हुआ था. साथ ही नियमित शराब का सेवन करता था.
डीएसपी ने बताया कि गिरफ्तारी के दौरान भागने के क्रम मृतक को चोट भी आई थी. हिरासत में आने के बाद वह काफी तनाव में था और मानसिक आघात पहुंचा था. जिससे उसकी तबीयत रविवार को खराब हो गई थी. जिसके बाद बेंगाबाद थाना की पुलिस उसे इलाज के अस्पताल लेकर गई थी, जहां उसकी मौत हो गई.
क्या है मामला:
बेंगाबाद थाना अंतर्गत महुआर में शनिवार की रात एक 85 वर्षीय वृद्ध महिला की हत्या धारदार हथियार से वार कर की गई थी. घटना के बाद पुलिस ने वृद्ध के पोते एवं उसके बेटे नागों पांसी को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था. पुलिस कस्टडी में ही नागों पांसी की तबियत बिगड़ी और अस्पताल ले जाने के बाद उसकी मौत हो गई. मां के द्वारा संपति उसके नाम नहीं किए जाने के कारण वह गुस्से में था.
रिपोर्टः नमन नवनीत