शिकारीपाड़ा (दुमका) : अवैध पत्थर और कोयला के खनन एवं कारोबार के विरुद्ध
दुमका जिला प्रशासन की कार्रवाई लगातार जारी है.
अब तक जहां सैकड़ों लोगों पर प्राथमिकी दर्ज हो चुकी है
और कुछेक को प्रशासन ने गिरफ्तार भी किया है.
इसी क्रम में आज गुप्त सूचना के आधार पर सरसाजोल गांव के
समीप स्थित एक ईंट भट्ठे से लगभग 20 टन कोयला जब्त किया गया.
जिला खनन पदाधिकारी कृष्ण कुमार किस्कू ने बताया कि
जिला प्रशासन को मिली सूचना के आधार पर सरसाजोल गांव में छापेमारी की गई है,
जहां आज लगभग 20 टन कोयला जब्त किया गया है. उन्होंने आगे कहा कि अवैध पत्थर तथा कोयला के खनन एवं परिवहन तथा कारोबार के विरुद्ध जिला प्रशासन की मुहिम लगातार जारी रहेगी. वहीं ईंट भट्टे के संबंध में पूछने पर बताया गया कि ईंट भट्टों की जांच कराई जाएगी और वैध कागजात नहीं पाए जाने पर कार्रवाई होगी. छापेमारी टीम में जिला खनन पदाधिकारी के अलावे एसडीपीओ नूर मुस्तफा अंसारी, अंचलाधिकारी शिकारीपाड़ा राजू कमल के साथ-साथ अन्य कर्मचारी तथा पुलिस बल शामिल थे.
28 मई को 65 से अधिक अवैध क्रेशरों को किया गया ध्वस्त
बता दें कि इससे पहले भी प्रशासन ने शिकाड़ीपाड़ा क्षेत्र में कार्रवाई की है. प्रशासन ने अवैध क्रेशरों को भी बुलडोजर की मदद से ध्वस्त किया है. उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला के नेतृत्व में जिला प्रशासन कार्रवाई कर रही है. कार्रवाई के तहत अवैध रूप से संचालित कई क्रशर, क्रशर कार्यालय और अन्य संरचनाओं पर बुलडोजर चला कर उन्हें ध्वस्त कर दिया गया. जिले से भारी पुलिस बल के साथ गयी अधिकारियों की टीम ने 65 से अधिक क्रशर यूनिटों पर कार्रवाई कर उन्हें ढाह दिया, जो बंद कर रखे गये थे या जिसके वैद्य होने का कागजात दिखाने कोई सामने नहीं आया. ऐसे क्रशरों को अवैध मानते हुए बुलडोजर चला कर उन्हें नेस्तनाबूद कर दिया गया है. उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला ने बताया कि अवैध खनन और परिवहन के खिलाफ जिला प्रशासन की कड़ी कारवाई अभी जारी रहेगी.
सीएम हेमंत के निर्देश के बाद अधिकारी रेस
गौरतलब है कि पूजा सिंघल के ईडी प्रकरण के बाद जब दुमका डीएमओ को ईडी के द्वारा समन दिया गया और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अवैध खनन एवं कारोबार पर रोक लगाने का स्पष्ट निर्देश जिला अधिकारियों को दिया तो उसके बाद से ही लगने लगा था कि दुमका जिले में चल रहे अवैध पत्थर एवं कोयले के कारोबार पर कभी भी बिजली गिर सकती है.
रिपोर्टर: सद्दाम हुसैन