पटना : बिहार विधानसभा के अध्यक्ष नंद किशोर यादव आस्ट्रेलिया के सिडनी में आयोजित 67वें राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन में भाग लेने के उपरांत तीन देशों की संसदीय अध्ययन यात्रा के क्रम में आज फ्रांस पहुंचे। अध्यक्ष ने फ्रांस की राजधानी पेरिस स्थित संसद भवन (पैलेस बॉर्बन, जहां नेशनल असेंबली की बैठक होती है) एवं अन्य दर्शनीय स्थलों जैसे कि एफिल टावर, प्रथम विश्व युद्ध में मारे गए सैनिकों की याद में बनाया गए स्मारक आर्क डी ट्रायम्फ, फ्रांसिसी क्रांति एवम् प्रथम विश्व युद्ध के बाद की ऐतिहासिक संधि के लिए प्रसिद्ध वर्साय किला आदि का भ्रमण किया और वहां की समृद्ध विरासत से अवगत हुए।
उन्होंने संसद भवन (पैलेस बॉर्बन) पहुंचकर वहां के लोकतंत्र और संसदीय कार्यप्रणाली के विषय में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने बताया कि फ्रांस की संसदीय व्यवस्था द्विसदनात्मक है जिसके दो सदन क्रमशः नेशनल असेंबली एवम् सीनेट कहलाते हैं। नेशनल असेंबली में 577 सदस्य (Deputies) प्रत्यक्ष निर्वाचन पद्धति से पांच वर्षों के लिए चुने जाते हैं। सीनेट में 348 सदस्य (Senators) अप्रत्यक्ष रूप से छह वर्षों के लिए निर्वाचित किए जाते हैं।
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