Friday, October 24, 2025
Loading Live TV...

Latest News

Dhanbad Jharia Violence: जेएलकेएम नेता बनाम हाइवा मालिक, आत्मदाह का प्रयास और पुलिस लाठीचार्ज

धनबाद के झरिया में JLKM नेता और हाइवा मालिक के बीच झड़प, आत्मदाह की कोशिश, पुलिस ने किया लाठीचार्ज और सड़क जाम हुआ।Dhanbad Jharia Violence : भौंरा ओपी क्षेत्र के परसियाबाद मोड़ पर गुरुवार रात हाइवा मालिक और पूर्व वार्ड पार्षद शिव कुमार यादव और JLKM झरिया प्रखंड अध्यक्ष कार्तिक महतो के बीच विवाद हिंसक झड़प में बदल गया। झड़प के बाद इलाके में करीब तीन घंटे तक सड़क जाम और हंगामा देखने को मिला। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा। घटना के दौरान एक JLKM समर्थक डिस्को महतो ने पेट्रोल डालकर आत्मदाह की कोशिश...

AAP के प्रत्याशी बोले- 35 सालों में गयाजी की हालत बद से बदतर

गयाजी : गयाजी शहर विधानसभा सीट के आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रत्याशी अनिल कुमार ने मीडिया कर्मियों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि बीते 35 सालों में शहर की हालत बद से बदतर हो चुकी है। जिस गयाजी को विकास का मॉडल बनना था, वह आज जाम, गंदगी और अव्यवस्था का प्रतीक बन गया है। शिक्षा व्यवस्था चरमराई हुई है, अस्पतालों में लोगों को मूलभूत सुविधाएं नहीं मिलतीं। आम आदमी का हक मारा जा रहा है। वह लाइन में धक्के खा रहा है फिर भी उसका काम नहीं हो रहा है। भ्रष्टाचार चरम है।जनता ने लंबे...

Ambulance में शराब सप्लाई! Delhi Police ने पकड़ा बड़ा Liquor Smuggling Network from Gurgaon to Delhi

दिल्ली पुलिस ने एम्बुलेंस के रूप में तैयार मारुति ईको कार से शराब सप्लाई करने वाले आरोपी को पकड़ा। गुरुग्राम से दिल्ली तक चलता था यह अवैध नेटवर्क।Ambulance में शराब सप्लाई : दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे शराब तस्कर को गिरफ्तार किया है, जो एम्बुलेंस का रूप देकर शराब की सप्लाई करता था। आरोपी की पहचान रितिक के रूप में हुई है, जो गुरुग्राम से दिल्ली में अवैध रूप से शराब की सप्लाई करता था। पुलिस ने बताया कि आरोपी मारुति ईको कार को एम्बुलेंस की तरह तैयार कर उसमें भारी मात्रा में शराब लादता था। ताकि किसी को शक...

नेपाल के बाद भूकंप से पाकिस्तान में कांपी धरती तो दहशत में आए लोग

“Efficient supply chain and cargo logistics service in Bihar and Jharkhand”
Advertisment

डिजिटल डेस्क : नेपाल के बाद भूकंप से पाकिस्तान में कांपी धरती तो दहशत में आए लोग। शुक्रवार तड़के पौ फटने के काफी पहले ही जब लोग गहरी नींद में थे, तभी भारत के पड़ोसी मुल्क नेपाल में खतरनाक तीव्रता से आए भूकंप ने लोगों को भयभीत कर दिया।

इसके झटके भारत के बिहार समेत नेपाल से सटे सीमावर्ती इलाकों में महसूस किए गए। अभी भू-विज्ञानी नेपाल में आए भूकंप के झटकों के अध्ययन एवं आकलन में ही जुटे थे कि पौ फटने के दौरान शुक्रवार को भारत के दूसरे पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में भकूंप से धरती कांप उठी।

इससे लोग बेतरह दहशत में आ गए। पाकिस्तान में सुबह 5 बजकर 14 मिनट पर आए इस भूकंप की तीव्रता 4.5 थी।  वहां भी किसी जान माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है।

नेपाल में लगे भूकंप दो जबरदस्त झटके

नेपाल में शुक्रवार तड़के पौ फटने के काफी पहले ही धरती के अंदर भूंकप के तेज झटके लगे। उसके असर बिहार समेत भारत की सीमावर्ती इलाकों के साथ तिब्बत में भी धरती कांपी। इस भूकंप के झटके पूरे हिमालय क्षेत्र में महसूस किए गए।

इस भूकंप के झटके दो बार महसूस किए गए। पहली बार काठमांडु के पास तो दूसरी बार भूकंप बिहार बॉर्डर के पास आया। इससे लोग दहशत में आ गए। जब लोग गहरी नींद में सो रहे थे तभी शुक्रवार तड़के पड़ोसी देश नेपाल में भूकंप के तेज झटके लगे तो लोग भयाक्रांत हो गए और घरों से बाहर की ओर भागे।

सुबह-सुबह आए झटकों के कारण नेपाल के कई इलाकों, विशेषकर पूर्वी और मध्य क्षेत्रों में लोगों ने भूकंप महसूस किया। NCS (नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी) के मुताबिक, नेपाल में शुक्रवार तड़के रिक्टर पैमाने पर 6.1 तीव्रता का भूकंप आया था।

इस भूकंप का केंद्र हिमालयी राष्ट्र नेपाल के मध्य क्षेत्र में सिंधुपालचौक जिले में था। इस भूकंप का केंद्र धरती से 10 किलोमीटर की गहराई में रहा।

NCS ने बताया कि नेपाल में आए इस भूकंप का केंद्र नेपाल के सिंधुपाल चौक जिले के भैरवकुंड में था। वह यह भूकंप शुक्रवार तड़के लगभग 2.51 बजे (स्थानीय समय) पर आया था।

भूकंप का सांकेतिक चित्रात्मक ब्योरा
भूकंप का सांकेतिक चित्रात्मक ब्योरा

शक्तिशाली था नेपाल में शुक्रवार तड़के आया भूकंप…

शुक्रवार तड़के करीब 2.36 बजे आए भूकंप की तीव्रता जनजीवन को प्रभावित करने वाली थी। बता दें कि 6.1 तीव्रता का भूकंप शक्तिशाली माना जाता है और इससे काफी क्षति हो सकती है। इस दौरान इमारतों में भी दरार पड़ सकती है और जान-माल का भी भारी नुकसान होने का अंदेशा रहता है।

इतनी तीव्रता वाले भूकंप में घर के अंदर की चीजें हिलने लगती हैं और खड़खड़ाहट की आवाज होती है। नेपाल के विनाशकारी भूकंपों के इतिहास को देखते हुए, अधिकारियों ने निवासियों को संभावित झटकों के प्रति सतर्क रहने की सलाह दी है।

इतनी तीव्रता वाले भूकंप के झटकों से पर्वतीय देश नेपाल में कई बार जानमान के नुकसान हो चुके हैं। इसी कारण लोगों में ज्यादा दहशत का माहौल बना हुआ है। बहरहाल, सरकार और प्रशासन की ओर से सभी सतर्कतामूलक कदम उठाए जा रहे हैं एवं नागरिकों को सचेत रहने के लिए कहा जा रहा है।

नेपाल में शुक्रवार तड़के आए भूकंप से एक दिन पहले बीते गुरूवार के तड़के भारत के  असम में भूकंप के तेज झटकों से धरती कांप उठी थी। कंपन इतना तेज था कि लोग मारे डर के घरों में बाहर निकल भागे।

असम के मोरीगांव इलाके में गुरुवार की सुबह 2.25 बजे तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। रिक्टर स्केल पर उस भूकंप की तीव्रता 5 मापी गई। असम में गुरूवार को आए भूकंप के बारे में राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने कुछ जानकारियां साझा की थी।

उसके मुताबिक, असम के मोरीगांव इलाके में आए भूकंप की तीव्रता 5.0 मापी गई थी। वह भूकंप 16 किलोमीटर गहराई में आया था। इस साल के पहले माह से ही राजधानी दिल्ली से लेकर देश के अलग-अलग हिस्सों में भूकंप के झटके लगे हैं।

भूकंप का सांकेतिक चित्र
भूकंप का सांकेतिक चित्र

बीते 22 फरवरी नेपाल, यूपी – उत्तराखंड में महसूस हुए थे झटके

इससे पहले बीते 22 फरवरी को भी भूकंप के झटकों महसूस किए गए थे। तब नेपाल के अलावा उत्तराखंड और यूपी में लखनऊ तक भूकंप का असर महसूस किया गया था।

उस झटके के बारे में लखनऊ के आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र ने पुष्ट किया था कि भूकंप का केंद्र लखनऊ से 310 किलोमीटर उत्तर उत्तर पूर्व की ओर था। उत्तराखंड में जोशीमठ के पास भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे।

राजधानी दिल्ली में बीते 17 फरवरी को भयानक भूकंप ने दस्तक दी। राजधानी दिल्ली में तब लोग सुबह के अलार्म से नहीं बल्कि डर और दहशत से जागे थे क्योंकि तब उनका बेड तेजी से हिलने लगा, खिड़कियां और दरवाजे आवाज करने लगे।

राजधानी दिल्ली में बीते 17 फरवरी को सुबह 5 बजकर 36 मिनट पर यह झटके महसूस किए गए थे। रिक्टर स्केल पर उस भूकंप की तीव्रता 4.0 मापी गई थी। तब भूकंप के झटके कई सेकेंड तक महसूस किए गए। उस भूकंप का केंद्र दिल्ली के धौला कुआं में धरती से 5 किलोमीटर की गहराई में था।

भूकंप का सांकेतिक चित्रात्मक ब्योरा
भूकंप का सांकेतिक चित्रात्मक ब्योरा

उससे पहले भी पिछले ही महीने 24 जनवरी को असम में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। तब रिक्टर स्केल पर 4.8 तीव्रता मापी गई थी, जोकि हल्का भूकंप था। उससे भी लोगों में दहशत फैल गई थी, लेकिन किसी भी तरह का नुकसान नहीं हुआ था और ना ही कोई हताहत हुआ था।

NCS (नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी) के मुताबिक, तब पिछली बार शुक्रवार आधी रात को पूर्वोत्तर क्षेत्र के कुछ हिस्सों में झटके महसूस किए गए थे।

उस समय NCS ने बताया था कि भूकंप का केंद्र म्यांमार में पृथ्वी की सतह से 106 किमी की गहराई पर था। भूकंप के झटके पूर्वोत्तर राज्यों के कई हिस्सों में महसूस किए गए थे।

Related Posts

Jio Financial Services ने लॉन्च की AI-Generated ब्रांड मार्केटिंग फिल्म “Har...

New Delhi: Jio Financial Services Limited (JFSL) ने दिवाली के अवसर पर एक अनोखी ब्रांड मार्केटिंग फिल्म लॉन्च की है। जिसका उद्देश्य मानव संबंधों,...

JEE Main Exam 2026 की तिथियां घोषित: जनवरी और अप्रैल में...

Desk: इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए राहत भरी खबर है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने संयुक्त प्रवेश परीक्षा (JEE...

कपिल शर्मा के कनाडा स्थित कैफे पर तीसरी बार फायरिंग, कोई...

Desk: कनाडा के सरे शहर में कॉमेडियन कपिल शर्मा के कैफे पर गुरुवार तड़के एक बार फिर गोलीबारी की घटना हुई। पुलिस के अनुसार...
152,000FansLike
25,000FollowersFollow
628FollowersFollow
651,000SubscribersSubscribe
WhatsApp Join our WhatsApp Channel