कटिहार : कटिहार जिला में नाव हादसे के बाद भी लोग सबक नहीं ले रहे हैं। नाव पर क्षमता से अधिक लोग सवार होकर नदी पार कर रहे हैं। तस्वीर कटिहार के आजमनगर प्रखंड क्षेत्र की है जहां महानंदा नदी पार करने के लिए लोग नाव पर सवार होते है। बताया जाता है कि आजमनगर प्रखंड के पांच पंचायत सिंहहोल, बेरिया, शीतलपुर, अरिहाना और बागछला की बड़ी आबादी के आवागमन का एक मात्र साधन नाव है। जहां की बड़ी आबादी को प्रखंड मुख्यालय आने के लिए नाव ही एक मात्र सहारा है। यहां के लोग हर दिन जान जोखिम में डालकर आवागमन कर रहे हैं। नाव पर क्षमता से अधिक लोग सवार होते हैं। यही नहीं भारी वाहनों में भी लोगों के साथ नाव में पार कराया जाता है जो किसी दिन बड़े हादसे का कारण बन सकता है।
बीते रविवार को कटिहार में अमदाबाद प्रखंड के गोलाघाट में नाव हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई जबकि सात लोग अभी भी लापता है। अब लोग इस हादसे के बाद भी सबक नहीं ले रहे हैं और जान जोखिम में डालकर आवागमन कर रहे हैं। स्थानीय जनप्रतिनिधि पिंकु कहते हैं कि आजादी के इतने दिन बीत जाने के बाद भी इस क्षेत्र के ग्रामीण को एक ब्रिज तक मुहैया नहीं हो पाया हूं, रोहिया में ब्रिज के बन जाने से ग्रामीण विकास की मुख्यधारा से जुड़ सकेंगे लेकिन अबतक कई विधायक और सांसद बने लेकिन यहां के ग्रामीणों की लंबित मांग को पूरा नहीं किया गया।
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उन्होंने कहा कि अगर ब्रिज बन जाता तो ग्रामीणों को जान जोखिम में डालकर जिस तरह नाव का सहारा ले रहे हूं उससे मुक्ति मिल जाती। कटिहार के जिलाधिकारी मनेश कुमार मीणा ने अमदाबाद के गोलाघाट में हुए नाव हादसे के बाद लोगों से अपील किया है कि नाव पर क्षमता से अधिक लोग सवार ना हो और नाविक भी इसका ख्याल रखें। जो नाविक क्षमता से अधिक लोगों को नाव पर सवार करते हैं उस पर कार्रवाई की जाएगी।
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सुमन शर्मा की रिपोर्ट