मुंबई : 15 साल में फिर बनेगा अखंड भारत, जो इसके रास्ते में आएंगे वो मिट जाएंगे- भागवत- राष्ट्रीय स्वयंसेवक
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि सनातन धर्म ही हिंदू राष्ट्र है.
उन्होंने कहा कि 15 साल में भारत फिर से अखंड भारत बन जाएगा
और यह सब हम अपनी आंखों से यह देखने वाले हैं.
उन्होंने कहा कि भारत लगातार प्रगति के मार्ग पर आगे बढ़ता जा रहा है.
इसके रास्ते में जो कोई भी आएगा, वो मिट जाएगा.
हम अहिंसा की ही बात करेंगे, पर यह बात हाथों में डंडा लेकर कही जाएगी.
हमारे में मन में कोई द्वेष, शत्रुता भाव नहीं है,
लेकिन दुनिया शक्ति को ही मानती है तो हम क्या करें.
भागवत ने कहा कि संतों और ज्योतिष का मानना है कि
20 से 25 साल में देश फिर से अखंड भारत बनेगा.
लेकिन अगर हम सभी मिलकर इस काम को गति दें तो 10-15 साल में ही अखंड भारत बन जाएगा.
धर्म के माध्यम से उठेगा भारत
आरएसएस प्रमुख ने कहा कि जो तथाकथित लोग सनातन धर्म का विरोध करते हैं, उनका भी उसमें सहयोग है. अगर वह विरोध न करते तो हिंदू जागता ही नहीं, क्योंकि वह सोता ही रहता. उन्होंने कहा कि अगर भारत उठेगा तो धर्म के माध्यम से ही उठेगा. धर्म का प्रयोजन ही भारत का प्रयोजन है. धर्म के उत्थान से ही भारत का उत्थान होगा.
हाथों में डंडा लेकर कही जाएगी अहिंसा की बात
मोहन भागवत ने हरिद्वार में कहा, भारत लगातार प्रगति के मार्ग पर आगे बढ़ता जा रहा है. इसके रास्ते में जो कोई भी आएगा, वह मिट जाएगा. हम अहिंसा की ही बात करेंगे, पर यह बात हाथों में डंडा लेकर कही जाएगी. हमारे में मन में कोई द्वेष, शत्रुता भाव नहीं है, लेकिन दुनिया शक्ति को ही मानती है तो हम क्या करें.
पहले वीर सावरकर को दीजिए भारत रत्न- संजय राउत
आरएसएस प्रमुख के इस बयान पर शिवसेना सांसद संजय राउत ने पलटवार किया है. राउत ने कहा कि आप अखंड भारत बना लीजिए, लेकिन 15 साल का नहीं 15 दिन का वादा कीजिए और अखंड हिंदुस्तान बनाइए. उन्होंने कहा कि अखंड हिंदुस्तान का सपना कौन नहीं देखता है. वीर सावरकर, बाला साहेब ठाकरे का ये सपना था तो सबसे पहले आप वीर सावरकर को भारत रत्न दीजिए.
…तो ऐसे बनेगा अखंड भारत- राउत
राउत ने कहा, कोई अखंड हिंदुस्तान की बात करता है तो उन्हें सबसे पहले पीओके को भारत से जोड़ना पड़ेगा, फिर जो पाकिस्तान का विभाजन हुआ था उसे भी भारत से जोड़ना पड़ेगा. पहले जहां भी भारत की सीमाएं हुआ करती थीं उन्हें भी जोड़िए. श्रीलंका को भी जोड़िए और फिर एक महा सत्ता बना लीजिए. आपको किसी ने नहीं रोका. लेकिन उससे पहले कश्मीरी पंडितों की घर वापसी करवा दीजिए और अगर आप ये कर लेते हैं तो हम आपका समर्थन जरूर करेंगे.