गोपालगंजः मौसम का हर पल बदलते मिजाज के साथ ही जिले विभिन्न प्रखंडों से वायरल फीवर के मरीजों का चिकित्सकों के पास जाने का सिलसिला जारी है. वायरल बुखार से पीड़ित बच्चों से सदर अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड में सभी बेड फुल है. जानकारी के अनुसार बैकुंठपुर, थावे, सिधवलिया और मांझा प्रखंड से सबसे ज्यादा वायरल बुखार से पीड़ित बच्चे आ रहे है. शिशु रोग विशेषज्ञ डा. नौशाद आलम ने बताया कि इलाज के लिए अस्पतालों में आ रहे अधिकांश बच्चे वायरल बुखार से पीड़ित मिल रहे हैं. निजी नर्सिंग होम भी इस बात की पूष्टि कर रहे है कि वायरल फीवर से ग्रस्त सैकड़ों बच्चे प्रतिदिन पहुंच रहे है.
सिविल सर्जन डॉ योगेंद्र महतो ने कहा कि अब तक स्वस्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार एक भी वायरल फीवर के मरीज नहीं पाया गया है. शुरुआती दौर में तीन बच्चों की मौत हुई थी, जिसमें से एक बच्चे की मौत एईएस से हुई थी, जबकि दो बच्चे की मौत के कारणों का पता नहीं चल सका. लोग पहले प्राईवेट में ईलाज कराते है और जब स्थिति बिगड़ जाती है तब सदर अस्पताल आते है.
शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ नौशाद आलम ने कहा कि वायरल फीवर सर्दी-खांसी की शिक़ायत लेकर कर प्रतिदिन डेढ़ से दो सौ रोजाना बच्चे आ रहे हैं, इसके अलावे डेंगू व चमकी के भी संक्रमित बच्चे मिल रहे है. वायरल बुखार से पीड़ित बच्चों की संख्या बढ़ते जाने से सदर अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड में सभी बेड फुल हो गया है। जिले में बैकुंठपुर, थावे, सिधवलिया तथा मांझा प्रखंड में बच्चों के वायरल बुखार से पीड़ित होने का सबसे अधिक मामला सामने आ रहा है। प्रतिदिन सदर अस्पताल सहित शहर के निजी अस्पतालों में चार सौ से अधिक वायरल बुखार से पीड़ित बच्चे आ रहे है.
ग़ोपालगंज संवाददाता,-आशुतोष तिवारी