धनबाद में BPL कोटे से नामांकन प्रक्रिया में DSE की मनमानी, अभिभावक संघ ने डीसी से मिलकर की कार्रवाई की मांग

धनबाद में BPL कोटे से नामांकन प्रक्रिया में DSE की मनमानी

धनबाद: झारखंड अभिभावक महासंघ का एक प्रतिनिधिमंडल अध्यक्ष पप्पू सिंह के नेतृतव में धनबाद उपायुक्त वरुण रंजन से मिला। इस दौरन प्रतिनिधिमंडल ने निजी विद्यालयों में BPL कोटे से नामांकन प्रक्रिया में DSE भूतनाथ रजवार द्वारा की जा रही मनमानी से अवगत कराया एवं ज्ञापन सौंपा। साथ ही निष्पक्ष जांचोपरांत कार्रवाई की मांग की गई।

BPL कोटे से नामांकन

अभिभावकों ने बताया कि अधिसूचना संख्या 237 दिनांक 16/2/2016 में छेड़छाड़ कर BPL नामांकन प्रक्रिया संचालित किया जा रहा है। जिला शिक्षा अधीक्षक द्वारा मीडिया में दिया गया बयान तथा अपनाई गयी नामांकन प्रक्रिया बीपीएल छात्रों को उनके अधिकार से वंचित करने तथा प्राइवेट स्कूलों को लाभ पहुंचाने का प्रयास है। आरटीई प्रवधानों के तहत बच्चों का जन्म प्रमाण पत्र नामांकन में बाधक नहीं हो सकता है। ऐसी स्तिथि में माता पिता के द्वारा ही बच्चों की आयु घोषणा की जानी है।

उन्होंने कहा कि आय प्रमाण पत्र, आवसीय प्रमाण पत्र एवं अभिवंचित वर्ग से सम्बन्धित प्रमाण पत्र के लिए राज्य सरकार द्वारा अपनी नियामवाली में किये गये प्रवधानों को मानने की बाध्यता है, लेकिन वर्तमान धनबाद जिला शिक्षा अधीक्षक द्वारा किया जा रहा कार्य हाई कोर्ट एवं सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवहेलना है।

BPL कोटे से नामांकन

वहीं झारखंड अभिभावक महासंघ के अध्यक्ष पप्पू सिंह ने कहा कि जिला शिक्षा अधीक्षक द्वारा दलालों एवं निजी स्कूलों को लाभ पहुंचाने का प्रयास निरंतर है तथा दलालों की दुकानदारी को प्रोत्साहित किया जा रहा है। महासचिव मनोज मिश्रा ने कहा कि यदि उपायुक्त महोदय कार्रवाई नहीं करते हैं तो निश्चित ही झारखण्ड अभिभावक महासंघ झारखण्ड उच्च न्यायालय के समक्ष शिकायत दर्ज कराएगा। प्रतिनिधिमंडल में अध्यक्ष पप्पू सिंह, महासचिव मनोज मिश्रा, मीडिया प्रभारी रतिलाल महतो, कोषाध्य्क्ष प्रेम ठाकुर, प्रमोद यादव, योगेंदर यादव थे।

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