क्या डर गए हुजूर ए आला!

क्या डर गए हुजूर ए आला!

प्रोजेक्ट भवन में पत्रकारों और आमजनों के रोक पर एक व्यंग

आकाशवाणी हुई और झारखंड मंत्रालय में पत्रकारों और आम जनों के प्रवेश पर रोक लग गई . यह आकाशवाणी ऊपर वाले की थी या किसी हुजूर ए आला की.

इसके बारे में प्रोजेक्ट भवन के किले के सुरक्षा प्रहरी के पास कोई जानकारी नहीं है. पूछे जाने पर सुरक्षा प्रहरी उसी आकाशवाणी की जानकारी देते हैं जिसके बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं है पर इस आकाशवाणी के कारण 8 मई को प्रोजेक्ट भवन के किले पर प्रवर्तन निदेशालय के दूरबीन लगाकर हुई छापेमारी में खोजा जा सकता है.

शायद हुजूर ए आला डर गए हैं और शायद ऊपर वाले को डर कर एक तार भेजा जिसके बाद फिर आकाशवाणी हुई. लेकिन किले को भेदने की तैयारी में प्रवर्तन निदेशालय लगा हुआ है और गुप्त रास्ते की खोज कर रहा है.

कई हुजूर ए आलाओं को अब भी समन का डर सता रहा है. एक विभाग के मुखिया शायद आज राजकीय कारागार के अतिथि बन जाए दूसरे विभाग के मुखिया और उनके सिपहसालार को इसी का डर है कहीं अगला नंबर इन्हीं  का न आ जाये.

मजेदार बात यह है कि अब तक प्रोजेक्ट भवन किले में आम जन और पत्रकारों के प्रवेश की कोई भी मानक संचालन प्रक्रिया सरकार द्वारा तैयार नहीं गई थी,लेकिन अचानक इसकी जरुरत महसूस क्यों की जा रही है यह खोज का विषय है.

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