डिजीटल डेस्क : Big Breaking – ममता बनर्जी बोलीं – जूनियर महिला डॉक्टर का रेप-मर्डर करने वाले फांसी हो, घटना से नाराज जूनियर डॉक्टरों का आंदोलन सही। अशांत बांग्लादेश से सटा पश्चिम बंगाल एक अलग मामले में तेजी से सुर्खियों में आ रहा है। राजधानी कोलकाता स्थित आरजी कर मेडिकल कॉलेज में बीते गुरूवार को ड्यूटीरत द्वितीय वर्ष की मेडिकल छात्रा के रेप और मर्डर की घटना के बाद पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृत छात्रा के साथ हुई हैवानियत की दास्तान सामने आते ही जूनियर डॉकटरों ने कामकाज बंद कर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।
आरोपी को उसके कृत्य के लिए सही दंड दिए जाने की मांग पर जूनियर डॉक्टरों के जारी हड़ताल को व्यापक जनसमूह का भी समर्थन मिलने लगा है और मामले की जांच में जुटी एसआईटी ने एक संदिग्ध आरोपी को दबोचा भी है।
राजधानी से बाहर झाड़ग्राम के दौरे पर रहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शनिवार को कोलकाता लौटते ही पूरे मामले पर पहली बार बोलीं और खुद को प्रदर्शनकारी जूनियर डॉक्टरों के साथ बताया। कहा कि इस जघन्य, हैवानियत भरी अमानवीय घटना के आरोपी को फांसी होनी चाहिए।
सीएम ममता बोलीं – इस रेप और मर्डर के आरोपी को ऐसी सजा मिले कि वह नजीर बने
कोलकाता से प्रकाशित एक अग्रणी बांग्ला दैनिक को दिए खास साक्षात्कार में उन्होंने इस दहलाने वाली घटना के संबंध मं खुलकर अपनी निजी राय जाहिर की र बतौर मुख्यमंत्री भी आरोपी के खिलाफ सभी संभावित ठोस कानूनी कार्रवाई को भी लेकर अपनी बात रखी।
ममता बनर्जी ने कहा कि जूनियर मेडिकल छात्रा के साथ हुई इस घटना की जितनी निंदा की जाए कम है। जूनियर डॉक्टरों का आंदोलन तर्कसंगत और न्याय संगत है। वे जिस भी जांच एजेंसी पर भरोसा कर सकें, राज्य सरकार इस मामले की उसी से जांच कराने को तैयार है ताकि सच सामने आए और दोषी को ऐसा दंड मिले कि वह नजीर बने। सीएम ममता ने कहा कि इस घटना के संबंध में फास्ट ट्रैक कोर्ट में फांसी की मांग करना उचित होगा।
ममता बनर्जी बोलीं – ‘आरजी कर मेडिकल अस्पताल में जूनियर महिला डॉक्टर के साथ हुई अमानवीय और पैशाचिक घटना के बारे में पूरा ब्योरा जानने के बाद से मन काफी व्यथित है। ऐसा लग रहा है कि मानों अपने परिवार के ही किसी को खो बैठी हूं। इस घटना का कभी कोई समर्थन नहीं कर सकता। जूनियर डॉक्टर जो विक्षोभ प्रदर्शन कर रहे हैं, वह तर्कसंगत है। मैं निजी तौर पर प्रदर्शनकारी जूनियर डॉक्टरों की बातों, मांगों और भावनाओं से सहमत हूं।’
फांसी की सजा वाली मांग पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने और क्या बातें कहीं….
कोलकाता से प्रकाशित बांग्ला दैनिक को दिए इसी खास साक्षात्कार में पश्चिम बंगाल की मुख्यमत्री ममता बनर्जी ने इस लोमहर्षक घटना पर खुद का गुस्सा जाहिर करने से नहीं रोक पाईं।
फिर भी खुद को काफी संयत करते हुए मुख्यमंत्री ममता ने कहा कि वह निजी तौर पर शुरू से ही फांसी के खिलाफ रही हैं लेकिन कुछ घटनाएं ऐसी होती हैं जिनमें दंड निर्धारण के क्रम में ऐसा नजीर भी पेश किया जाना जरूरी हो जाता है ताकि आगे से कोई भी ऐसी अमानवीय, पैशाचिक कृत्य के बारे में भी सोचे तो उसकी रुह कांप जाए।
इसी क्रम में ममता बनर्जी ने बताया कि गत शुक्रवार को झाड़ग्राम के दौरे पर थीं। वहां से कोलकाता लौटने के क्रम में घटना की जानकारी मिली तो तुरंत मृत छात्रा के परिवारवालों से संपर्क किया। छात्रा की माता-पिता से बात हुई है और उनकी मनोदशा को लेकर क्या ही कहा जाए…।
ममता बोलीं – दोषियों को 4 दिनों में पकड़कर कोर्ट में पेश कर फांसी की सजा की मां करे पुलिस
सीएम ममता ने कहा कि अपने पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को इस घटना के संदर्भ ने कड़ा निर्देश दिया है कि दोषियों को चिन्हित कर 3 से 4 दिन में फास्ट ट्रैक कोर्ट में केस दर्ज कराएं। हां, पुलिस – प्रशासनिक टीमों को भी स्पष्ट कर दिया है कि फास्ट ट्रैक कोर्ट में मामला दायर करते समय दोषी के लिए फांसी की मांग अपनी ओर से जरूर करें ताकि भविष्य में कोई फिर ऐसे अपराध का साहस न कर पाए।
मृत छात्रा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से सामने आई उसके साथ हुई दरिंदगी, गुस्से में साथी जूनियर डॉक्टर
चार पन्नों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार, महिला डॉक्टर के गुप्तांग से खून बह रहा था। शरीर के अन्य हिस्सों में चोट के निशान थे। उसकी दोनों आंखों और मुंह से खून बह रहा था। चेहरे और नाखून पर चोट के निशान थे। उसके पेट, बाएं पैर, गर्दन,दाएं हाथ,अनामिका उंगली और होंठों पर भी चोट के निशान थे।
अपराध गत शुक्रवार तड़के 3 से 6 बजे के बीच हुआ था और मृत महिला डॉक्टर की गर्दन भी टूटी पाई गई है। पोस्ट मार्टम रिपोर्ट का हवाला देते हुए कोलकाता पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि आरोपी ने महिला डॉक्टर का रेप किया और उसके बाद उसकी गला घोंटकर हत्या की। उस दौरान महिला डॉक्टर ने बहुत संघर्ष करने का प्रयास किया लेकिन असफल रही।
मामले की जांच विशेष जांच दल (एसआईटी) कर रही है और प्रथम दृष्ट्या लाश को देखकर लगा कि आरोपी ने हैवानियत की सारी इंतहा पार कर दी थी।
मेडिकल कॉलेज का एक कर्मचारी गिरफ्तार, जूनियर डॉक्टरों का हंगामा और निकाला कैंडल मार्च
वीडियोग्राफी के साथ मृत डॉक्टर के शव का पोस्टमॉर्टम किया गया। उसकी प्रारंभिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यौन उत्पीड़न के बाद हत्या किए जाने की पुष्टि हुई है। पुलिस ने अब टाला पुलिस थाने में मामला दर्ज किया है और एक आरोपी संजय रॉय को गिरफ्तार किया है,जो मेडिकल कॉलेज का अस्थाई कर्मचारी है।
ट्रेनी डॉक्टर चेस्ट रोग चिकित्सा विभाग की द्वितीय वर्ष की छात्रा थी और गत गुरुवार की रात ड्यूटी पर तैनात थी। रात को एक जूनियर डॉक्टर के साथ खाना खाने के बाद वह सेमिनार हॉल में थोड़ी देर रेस्ट करने गई थी। उसके बाद वह शुक्रवार सुबह तक नहीं लौटी और बाद में वह सेमिनार हॉल में अर्धनग्न और चोटिल हालत में मिली थी।
शुक्रवार दिन भर हंगामा चला। पुलिस ने पहले इसे आत्महत्या बताया लेकिन अर्धनग्न शरीर की हालत कुछ और ही बयां कर रही थी। धरना-प्रदर्शन, हुआ। हंगामा और बवाल हुआ। शुक्रवार रात को कैंडल मार्च भी निकाला गया था।