Desk: खबर छत्तीसगढ़ से आ रही है। नारायणपुर जिले में सुरक्षाकर्मियों के साथ मुठभेड़ में 28 संदिग्ध माओवादी मारे गए है। जानकारी के अनुसार, सुरक्षाकर्मियों की एक संयुक्त टीम नक्सल विरोधी अभियान पर निकली थी। इस दौरान नारायणपुर-दंतेवाड़ा अंतर-जिला सीमा पर अबूझमाड़ के जंगल में दोपहर करीब 1 बजे नक्सलियों से मुठभेड़ शुरू हुई। इसमें 28 नक्सली मारे गए।
छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, दोपहर में पुलिस द्वारा जारी बयान में यह खुलासा हुआ कि मुठभेड़ स्थल से एक एके-47 राइफल और एक एसएलआर (सेल्फ-लोडिंग राइफल) सहित हथियारों का जखीरा बरामद किया गया है। हथियारों और गोला-बारूद की सटीक संख्या का विवरण अभी तक सुनिश्चित नहीं किया गया है। शनिवार को मृत माओवादियों की पहचान की जायेगी।
बता दें कि, 16 अप्रैल को कांकेर जिले में हुई मुठभेड़ के बाद यह सुरक्षा बलों की सबसे बड़ी सफलता है। 16 अप्रैल को सुरक्षा बलों ने 29 माओवादियों को मार गिराया था।
जानकारी के अनुसार, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ के बीच फैला अबूझमाड़ को ‘अज्ञात पहाड़ी’ के रूप में जाना जाता है क्योंकि ब्रिटिश काल के बाद से 6,000 वर्ग किमी के घने जंगल का सर्वेक्षण नहीं किया गया है। यह जंगल माओवादी गतिविधियों का केंद्र है और कहा जाता है कि सीपीआई (माओवादी) के लगभग एक दर्जन वरिष्ठ कैडर वहां डेरा डाले हुए हैं।
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