पटना छोड़ सीमांचल में हो रही भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक, जानें गिरिराज सहित दिग्गजों ने इस पर क्या कहा

कटिहार : पटना छोड़ सीमांचल में हो रही भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक- बिहार में

भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की दो दिवसीय बैठक कटिहार में हो रही है.

पार्टी पटना छोड़ सीमांचल में 13 साल बाद बैठक कर रही है.

जिसके कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं.

दरअसल सीमांचल का पूरा इलाका अल्पसंख्यक का गढ़ माना जाता है,

इसी को साधने के लिए बैठक आयोजित की गई है.

हालांकि इस मुद्दे पर कोई भी दिग्गज नेता खुलकर नहीं बोल रहे हैं,

लेकिन कहा जा रहा है कि आगामी चुनाव को लेकर भाजपा अभी से

सीमांचल में पैर जमाने के लिए अपनी रणनीति बनानी शुरू कर दी है.

बता दें कि 31 मई और 1 जून को शहर के नगर भवन में आयोजित होने वाले इस बैठक में

बिहार भाजपा से जुड़े चार केंद्रीय मंत्री, दो डिप्टी सीएम के अलावे सभी भाजपा के वर्तमान और पूर्व विधायक शिरकत कर रहे हैं. कोरोना काल के दो साल बाद और कटिहार में 13 साल बाद भाजपा ये आयोजन कर रही है.

अल्पसंख्यक शब्द पर हो विचार- गिरिराज सिंह

प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में शामिल होने आए केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह एक बार फिर अपने फायर ब्रांड अंदाज में दिखे. गिरिराज सिंह ने जाति जनगणना पर पूछे गए सवाल पर कहा कि उन्हें इस से कोई आपत्ति नहीं है, मगर अल्पसंख्यकों में भी ये लागू होना चाहिए. आगे उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है अल्पसंख्यक शब्द पर भी विचार होना चाहिए. ज्ञानवापी मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि न्यायालय के माध्यम यह फैसला होना है, लेकिन देश के लोगों के मन में जो है वह सबको पता है.

बूथ स्तर पर पार्टी को मजबूत बनाने पर होगी चर्चा- दिलीप जायसवाल

भाजपा के मुख्य सचेतक दिलीप जायसवाल ने कहा कि आज की बैठक में अपने राजनीतिक प्रस्ताव पर पार्टी विचार करेगी. इसमें भाजपा अपने आगे की रणनीति खासकर बूथ स्तर पर पार्टी को कैसे मजबूत किया जाए इस पर चर्चा करेंगे. पिछले साल इस इलाके में 140 बूथ पर जहां भाजपा का अच्छा प्रदर्शन नहीं रहा है, वहां तक प्रमुख बनाने के साथ-साथ केंद्र सरकार और राज्य सरकार की विकास नीति को कैसे पहुंचाया जाए इस पर विस्तृत चर्चा होगी.

विकास के साथ सांस्कृतिक धरोहर को बचाए रखना जरूरी- अश्विनी चौबे

भाजपा प्रदेश कार्यसमिति के दो दिवसीय बैठक में शामिल होने आए केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने ज्ञानवापी मंदिर के मुद्दे पर अपनी बातें रखते हुए कहा कि निश्चित तौर पर अब विकास के साथ-साथ भारत के सांस्कृतिक धरोहर को बचाए रखने के लिए भी सरकार सोच रहे हैं. जहां तक ज्ञानवापी का मुद्दा है वो न्यायालय के माध्यम से सरकार इस मुद्दे पर समाधान चाहते हैं. उम्मीद है कि जिस तरह से सबूत मिले हैं न्यायालय जन भावना को ध्यान में रखते हुए निर्णय देंगे.

प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने राजनीतिक प्रस्ताव के बारे में दी जानकारी

कार्यसमिती के बैठक में लिए गए राजनीतिक प्रस्ताव के बारे में जानकारी देते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि हाल के दिनों में बिहार के विकास के लिए केंद्र सरकार ने जो मदद किया है, पहले उसके लिए केंद्र सरकार बहुत-बहुत धन्यवाद. साथ ही आने वाले दिनों में मेडिकल कॉलेज खोलने की बात कही. उन्होंने कहा कि बैठक में केंद्र सरकार की योजना को जन-जन तक पहुंचाने के लिए निर्णय लिया गया.

रिपोर्ट : श्याम

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