पटना : BJP ने कृषि मंत्रालय को किया बर्बाद- बिहार के कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने
राज्य में उर्वरकों की समस्या के लिए सीधे-सीधे केद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है.
उर्वरकों की तस्करी के केंद्रीय उर्वरक मंत्री के आरोप को भी उन्होंने सिरे से खारिज कर दिया.
बिहार को पर्याप्त मात्रा में उर्वरक न दिए जाने का आरोप लगाते हुए सुधाकर सिंह ने कहा कि बीजेपी ने
कृषि मंत्रालय को बर्बाद किया है. उन्होंने कहा कि 17 साल से एनडीए की सरकार में कृषि विभाग
बीजेपी के पास रही, ऐसे में वो किसी और पर आरोप कैसे लगा सकते हैं.
कृषि के लिए बनाया जा रहा रोडमैप
बिहार के कृषि मंत्री ने किसानों की परेशानी के लिए मौजूदा अधिकारियों को भी जिम्मेदार ठहराया है
और उन्हे बदलने की मांग की है. पिछले दिनों सुधाकर सिंह ने अधिकारियों को लेकर
एक बयान दिया था जिसको लेकर काफी विवाद हुआ.
आगे की योजना के बारे में बताते हुए कृषि मंत्री ने कहा है कि कृषि के लिए चौथा रोडमैप
तैयार किया जा रहा है, जो राज्य ही नहीं बल्कि देश के लिए भी रोल मॉडल होगा.
बीजेपी ने कृषि मंत्रालय: ज्यादा रेट पर खाद बेचने वाले कंपनियों को नहीं मिलेगी सब्सिडी
केन्द्रीय कृषि मंत्री भगवंन खुबा के बिहार में खाद की कालाबाजारी के आरोप पर पलटवार करते हुए
सुधाकर सिंह ने कहा कि एक माह पहले तक कृषि विभाग बीजेपी के पास था. अगर खाद की कालाबाजारी हो रही थी तो राज्य और केन्द्र के कृषि मंत्री ने क्या कार्रवाई की. हकीकत है कि खाद कंपनियां भारत सरकार की है और उनकी कंपनी बिहार में सही तरीके से काम नहीं कर रही है. नियम के मुताबिक निर्धारित मूल्य से ज्यादा रेट पर खाद बेचने पर संबंधित कंपनियों को सब्सिडी नहीं दी जाएगी, पर कालाबाजारी का आरोप लगाने वाले केन्द्रीय कृषि मंत्रालय इन खाद कंपनियों को लगातार सब्सिडी दे रही है. अभी तक खाद कंपनी को 225000 करोड़ सब्सिडी दी गई है.
भारत सरकार ने पर्याप्त मात्रा में यूरिया नहीं कराया उपलब्ध
कृषि मंत्री ने कहा कि बिहार में रोपनी का समय जुलाई और अगस्त माह उपयुक्त समय होता है, पर भारत सरकार ने पर्याप्त मात्रा में यूरिया खाद उपलब्ध नहीं कराया और जब बिहार में एनडीए की जगह महागठबंधन की सरकार बनी तो आरोप लगाने केन्द्रीय कृषि राज्य मंत्री दिल्ली से पटना पहुंच गए. दरअसल महागठबंधन सरकार के काम से बीजेपी और केन्द्र सरकार परेशान है और आए दिन सिर्फ आरोप-प्रत्यारोप में लगी रहती है.
बीजेपी ने कृषि मंत्रालय: लाइसेंस के लिए नियमों में किया जा रहा बदलाव
कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने कहा कि किसानों को उर्वरक सही से मिले इसलिए उर्वरक विक्रेताओं और लाइसेंस के लिए नियमों में बदलाव किया जा रहा है.मंत्रिमंडल में आने के बाद मैंने गड़बड़ी करने वाले पर जांच की कार्रवाई की है. कृषि अधिकारियों में बदलाव करना चाहता हूं और तब्दीली होगी तो और बेहतर कार्य होगा. चौथा कृषि मंडी को हम फिर से वापस लाएंगे. इसके लिये विभागीय पत्र लिखा गया है. दो कृषि रोडमैप सही से नहीं काम किया है इसलिए खाद्यान्न का उत्पादन बिहार में कम हुआ.
रिपोर्ट: प्रणव राज