सहरसा में नए AIIMS की मांग को लेकर BJP का प्रदर्शन

सरहसा : सहरसा में नए AIIMS की मांग को लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता बंद का आवाहन किया जिसका असर सुबह से ही देखने को मिल रहा है। केंद्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार है और सहरसा में भाजपा के कार्यकर्ता और नेताओं ने भी सहरसा में AIIMS की मांग के समर्थन में सहरसा को एकदिवसीय बंद (लॉकडाउन) का साथ दिया है। पुलिस प्रशासन, जिला प्रशासन एवं रेलवे इस बंदी को लेकर पूरे सजग है।

सहरसा में एम्स निर्माण को लेकर विभिन्न दलों के नेताओं ने जहां सहरसा को बंद करवाया वहीं आम जनमानस व दुकानदार, वाहन मालिकों सहित सभी ने सहरसा में एम्स का निर्माण हो इसके लिए स्वतः सहरसा बंद का समर्थन किया। अहले सुबह से सहरसा विधानसभा से भारतीय जनता पार्टी के विधायक आलोक रंजन, पूर्व सांसद आनंद मोहन, पूर्व सांसद लभली आनंद सहित लोजपा, राजद, जदयू, सीपीआई और सीपीआईएम सहित कई दलों के नेताओं ने सहरसा में एम्स का निर्माण हो इसको लेकर एक दिवसीय सहरसा बंदी का समर्थन करते हुए विभिन्न चौक चौराहे लोगों से इस बंदी को सफल बनाने का निवेदन किया। दूसरी और सहरसा में एम्स बने इसके समर्थन में सहरसा की जनता भी एक नजर आए।

भाजपा के विधायक पूर्व मंत्री आलोक रंजन ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार को दूसरा एम्स दिया। सम्पूर्ण भारत में किसी राज्य में दो एम्स नही है लेकिन बिहार में पटना के बाद एक और एम्स दिया गया लेकिन राज्य सरकार के कारण यहां एम्स नही बन सका। नीतीश कुमार ने दरभंगा में एम्स देने का प्रस्ताव रखा लेकिन केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उस जगह को खारिज कर दिया। सहरसा में 217 एकड़ से अधिक जमीन उपलब्ध है राज्य सरकार के कारण यहाँ एम्स नही बन रहा है। उन्होंने बताया कि अगर सहरसा में एम्स बनता है तो उत्तर बिहार के लोगों को इससे काफी लाभ होगा।

वहीं AIIMS मामले को लेकर पूर्व सांसद आनंद मोहन ने बताया कि अभी तो यह अंगड़ाई है। उन्होंने बताया कि सहरसा मुख्यालय रहते हुए संसदीय क्षेत्र नही है। यहां विश्विविद्यालय नही है एयरपोर्ट नही है। मुख्यालय के कार्यलयों को दूसरे जगह शिफ्ट किया जा रहा है। एम्स निर्माण संघर्ष समिति के बिनोद झा और प्रवीण आनंद के द्वारा जारी लड़ाई में अब सर्वदलीय नेताओं ने ठाना है सहरसा में एम्स और एयरपोर्ट आदि लेकर रहेगें।

राजीव झा की रिपोर्ट

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