Jamshedpur : जमशेदपुर के सोनारी एयरपोर्ट से उड़ान भरने के बाद चांडिल डैम में डूबे दूसरे पायलट का भी शव बरामद कर लिया गया है। देर शाम को दूसरे पायलट ट्रेनर शत्रु आनन्द का शव गुरुवार शाम करीब चांडिल डैम से बाहर निकाला गया। दो दिन की तलाश के बाद दोनों शव को निकाला गया। शव निकालने के बाद परिजनों की मौजूदगी में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। मृतक पायलट के पिताजी, मामाजी साथ परिवार के लोग उपस्थित थे।
Breaking : एयरक्राफ्ट की तलाश अब भी जारी
अनुमंडल पदाधिकारी शुभ्रा रानी ने बताया कि लापता विमान के पायलट वह ट्रेनी पायलट दोनों का शव गुरुवार को बरामद कर लिया गया है। गुरुवार की सुबह पहला शव ट्रेनी पायलट शुभ्रदीप दत्त का बरामद हुआ। दूसरा शव शाम को पायलट जीत शत्रु का शव भी बरामद हो गया। पहला शव को चांडिल डैम के मछुआरों ने देखा और इसकी सूचना हम लोगों को दी।
उसके बाद एनडीआरएफ और नेवी की टीम ने दूसरे शव को भी बरामद कर लिया है। नेवी की टीम अब एयरक्राफ्ट की तलाश करेगी। कल शनिवार को नेवी की टीम द्वारा एयरक्राफ्ट की खोज करेंगे। चांडिल डैम नौका बिहार में सुबह जिला प्रशासन, डीएसपी,चांडिल ,नीमडीह ,चौका आदि थाना प्रभारी उपस्थित थे।
Breaking : जानिए कैसे हुआ हादसा
चांडिल डैम बहुद्देशीय परियोजना से बने यह डैम जलाशय 22 हजार हेक्टर में फैला हुआ है। प्रतिदिन चांडिल अनुमंडल क्षेत्र में यह ट्रेनी एयरक्राफ्ट आसमान में उड़ता नजर आता था। मंगलबार को अंतिम उड़ान जमशेदपुर सोनारी हवाई अड्डा से ट्रेनी उड़ान भरने के बाद चांडिल जलाश्य के आसपास उड़ान भरा था। दोनो पायलट द्वारा घटना के पूर्व पानी के ऊपर ट्रेनी विमान को लेकर कुछ करतब कर रहा था। प्रत्यक्षदर्शी रसूनिया पंचायत के पूर्व मुखिया फागुराम माझी के अनुसार दो बार पानी से सटकर उड़ान भर रहा था, ओर सफलता भी मिला। तीसरी बार प्रयास करने के दौरान पानी के अंदर समा गया। पानी के अंदर से नही निकला।
ट्रेनिंग के दौरान 50 फिट पानी के अंदर जा डूबा जहाज
जैसे पानी में समा गया उसी दौरान करीब 50 फिट तक पानी का लहर ऊपर उठा यह देख कर ग्रामीण अचंभ रह गया। देखते देखते ही आकाश में उड़ता हुआ ट्रेनी प्लेन जल समाधि लिया। ग्रामीणों में चर्चा है कि घटना वहां हुआ जहाँ प्राचीन कालीन शिव मंदिर कोयलागोड़ धाम में पंचममुखी शिवलिंग विराजमान है। देवादिदेव शिव इस जलाश्य में समाधि ले चुके है। जनश्रुति के अनुसार कई बार पानी के अंदर भयंकर आवाज भी सुनने को मिलता है। कल्याणपुर के आसपास ट्रेनी पायलट शुभ्रतदीप दत्त का शव तैरता हुआ झाड़ी में मिल गया, जिसे मछुआरो ने देखा। सरदीप नायक व पंचानन महतो ने इसकी जानकारी चांडिल अनुमंडल प्रशासन को दी। उसके बाद शव को बाहर निकाला गया।
प्लेन अभी भी लापता, खोजबीन जारी
आज 11 बजे के आसपास नेवी की टीम डैम जलाश्य में उस जगह पहुंचने प्रयास किया जहां ट्रेनी प्लेन क्रैश हुआ है। बता दें कि ट्रेनी कैप्टन जीत शत्रु मूल रुप से पटना के रहने वाले थे। वे मूल रुप से जक्कानपुर थाना क्षेत्र के मीठापुर पुरेंदरपुर गांव के रहने वाले थे। वे तीन दिन पहले ही जमशेदपुर के सोनारी में स्थित अलकेमिस्ट एविएशन प्रा. लिमिटेड से जुड़े थे। उनके पिता भी आरपीएएफ से सेवानिवृत हो चुके हैं।