डिजिटल डेस्क : हूती विद्रोहियों पर ट्रंप का आदेश मिलते ही कहर बनकर टूटी अमेरिकी सेना, 19 की मौत। हूती विद्रोहियों के खिलाफ अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का आदेश मिलते ही अमेरिकी सेना कहर बन कर टूट पड़ी है। ताजा अपडेट मिलने तक जारी अमेरिकी हमले में 19 हूती विद्रोहियों की मौत की खबर है।
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राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चेतावनी दी थी कि लाल सागर में जहाजों पर हमलों के जवाब में ‘नरक की बारिश होगी।’ अमेरिका के इस हवाई हमलों में दर्जनों हूती विद्रोही घायल बताए जा रहे हैं।
बताया जा रहा है कि अमेरिका ने शनिवार को यमन में ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों के खिलाफ ताबड़तोड़ हमले करने शुरू कर दिए। यमन की राजधानी सना पर अमेरिकी हमलों में भारी जानमाल के नुकसान की सूचना है।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हूती विद्रोहियों को समर्थन करने वाले ईरान को भी चेतावनी दी है कि उसे अब विद्रोहियों को समर्थन देना बंद कर देना चाहिए।
ट्रंप ने यमन पर हमले का दिया आदेश
बताया जा रहा है कि अमेरिका ने यह कदम लाल सागर में हूती विद्रोहियों द्वारा लगातार व्यावसायिक जहाजों को निशाना बनाए जाने के मद्देनजर उठाया है। ये हमले हूतियों की ओर से गाजा में मानवीय मदद रोके जाने के विरोध में लाल सागर में इजराइल से जुड़े जहाजों पर हमले फिर से शुरू करने की धमकी के बाद हुए हैं।
बता दें कि इजराइल ने पिछले तीन हफ्तों से गाजा में किसी भी तरह की ऐड पर बैन लगा दिया है। उसकी वजह से करीब 20 लाख लोगों पर भुखमरी का खतरा मंडरा रहा है। हूतियों ने धमकी दी थी कि अगर बैन नहीं हटा, तो वह लाल सागर में फिर से हमले शुरू करेंगे। उसके बाद ट्रंप ने यमन पर हमले के आदेश दिए हैं।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि –‘…मैंने शनिवार को यमन की राजधानी सना पर हवाई हमले करने का आदेश दिया। …जब तक हाउती विद्रोही एक महत्वपूर्ण समुद्री गलियारे को अपना निशाना बनाना नहीं छोड़ेंगे, तब तक हम अपने हमले जारी रखेंगे।
…कोई भी आतंकी संगठन अमेरिकी वाणिज्यिक और नौसैनिक जहाजों को दुनिया के जलमार्गों पर स्वतंत्र रूप से आने-जाने से नहीं रोक सकता।’

अमेरिका ने इस अभियान के लंबा होने की बात कही
हूती विद्रोहियों पर अमेरिकी हमले की ऑनलाइन प्रसारित हो रही तस्वीरों में सेना हवाई अड्डे के ऊपर काले धुएं का गुबार दिखाई दे रहा है। अमेरिका की ओर से बताया गया है कि यमन के हूतियों ने लाल सागर में आखिरी हमला दिसंबर में किया था।
गाजा में संघर्ष विराम के बाद हूतियों ने अपने हमले रोक दिए थे। अमेरिकी राष्ट्रपति ने इन हमलों का आदेश देते हुए कहा कि यह हूती हमलों को रोकने के लिए है। साथ ही व्हाइट हाउस प्रशासन ने भी संकेत दिए हैं कि यह एक लंबा अभियान हो सकता है।
व्हाइट हाउस की प्रेस रिलीज में कहा गया है कि हूती विद्रोहियों के हमलों से पहले सालाना 25 हजार अमेरिकी शिप लाल सागर से गुजरते थे। अब यह संख्या घटकर 10 हजार रह गई है। प्रेस रिलीज में 2023 से अब तक अमेरिकी वाणिज्यिक जहाजों पर 145 बार हमला किया गया है और आखिरी हमला दिसंबर में हुआ था, जोकि ट्रंप के शपथ ग्रहण से पहले है।
बताया जा रहा है कि हूतीयों का, एक सशस्त्र आंदोलन जिसने पिछले दशक में यमन के अधिकांश हिस्से पर नियंत्रण कर लिया था, ने नवंबर 2023 से शिपिंग को निशाना बनाकर 100 से अधिक हमले किए हैं। उससे वैश्विक वाणिज्य बाधित हुआ है और अमेरिकी सेना को अमेरिकी वायु रक्षा के भंडारों को जलाने वाली मिसाइलों और ड्रोनों को रोकने के लिए एक महंगे अभियान पर लगा दिया है।

अमेरिकी सेना के हमले पर हूती ने जारी किया बयान
हूती द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार- ‘…यमन की राजधानी सना पर अमेरिकी हमलों में कम से कम 19 लोग मारे गए और 9 घायल हो गए। …इस हमले में 9 नागरिकों की मौत हुई है।
…ये अमेरिकी हमला “युद्ध अपराध” है। …अमेरिकी हमले उत्तरी प्रांत सादा तक जारी हैं। हमारे यमनी सशस्त्र बल बढ़ते तनाव का जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।’