हर्षोल्लास से मनाया से गया जिले में विश्व आदिवासी दिवस, आदिवासी परंपराओं को किया गया प्रदर्शित

रिपोर्टः अमित राज/ न्यूज 22स्कोप

गुमला: विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर जिला स्तरीय विश्व आदिवासी दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथियों ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम के दौरान नुक्कड़ नाटक एवं गीत नाट्य का भी प्रदर्शन किया गया जिसके माध्यम से लोगों को डायन बिसाही, घरेलू हिंसा आदि जैसे विषयों से लोगों को जागरूक किया गया। इस दौरान जिला परिषद अध्यक्ष, उप विकास आयुक्त परियोजना निदेशक itda, जिला परिषद उपाधीक्षक ने भी कार्यक्रम को संबोधित कर जिले वासियों को विश्व आदिवासी दिवस के लिए शुभकामनाएं दी।

गुमला जिला आदिवासी बहुमूल्य जिलों में से एक हैः विधायक भूषण तिर्की

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक भूषण तिर्की ने बताया कि गुमला जिला आदिवासी बहुमूल्य जिलों में से एक है जहां 68 प्रतिशत से अधिक आदिवासी जनजातीय समुदाय निवास करते हैं।अपने सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से प्राकृतिक संरक्षण का संदेश देते है आदिवासी समाज का संरक्षण एवं उन्हें आगे बढ़ाने में सहायता करना हम सब की जिम्मेदारी है। आदिवासियों का संरक्षण करना प्राकृतिक का संरक्षण करने के समान है। आज आदिवासी समाज आगे बढ़ रहा है, जिसके लिए झारखंड सरकार एवं जिला प्रशासन एवं सभी जन प्रतिनिधि भी सहयोग कर रहें है।

विश्व स्तरों पर आदिवासी समुदाय के प्राकृतिक संरक्षण के मॉडल पर की जाती है चर्च: उपायुक्त

उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने अपने संबोधन में जिले वासियों को विश्व आदिवासी दिवस की शुभकामनाएं दी एवं कहा कि झारखंड की नीव यहां के आदिवासी जनजाति समाज के लोग है। परंतु पिछले दो दशकों से इस समाज का विकास उस प्रकार से नहीं हुआ जैसी इसकी परिकल्पना की गई थी। उपायुक्त ने सभी को आपसी समन्वय स्थापित करते हुए इस समाज के विकास के लिए अपनी परस्पर भूमिका को निभाने की बात कही। उन्होंने कहा कि प्रकृति संरक्षण, ग्लोबल वार्मिंग आदि जैसे विषयों पर विश्व स्तर पर किए जाने वाले बैठकों में आदिवासी समाज की प्राकृतिक संरक्षण के मॉडल को अपनाया जाता है एवं उससे प्रेरणा ली जाती है जो की एक गर्व की बात है। हमारे राज्य को भी आदिवासी समुदाय के यू.एस.पी. को आधार बनाते हुए समुदाय के लोगों का विकास करने की आवश्यकता है। जिला स्तर पर आदिवासी समुदाय के लोगों को हर संभव सहायता दी जाएगी। आर्थिक, सामाजिक, स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार हर क्षेत्र में जिला प्रशासन का सहयोग रहेगा, यहां के नागरिकों के लिए प्रशासनिक कार्यालयों का दरवाजा सदैव खुला है।

आदिवासी समाज कुछ समस्याओं से जूझ रहा है, जिस कारण विकास की गति धीमी है: पुलिस अधीक्षक

पुलिस अधीक्षक डॉ एहतेशाम बकारीब ने कहा कि आदिवासी समाज कई बुराइयों से लड़ रहा है, जिसमें डायन कुप्रथा एवं नशा पान सबसे बड़ी समस्या है। वहीं ह्यूमन ट्रैफिकिंग की भी समस्या एक गंभीर है। इन सभी चुनौतियों से आदिवासी समुदाय को लड़ना होगा एवं स्वयं को जागरूक रखना होगा, जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन के द्वारा भी हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी परंतु इससे पूर्व समाज को खुद में बदलाव लाने की ओर अग्रसारित करने की आवश्यकता है।

अतिथियों ने छात्रों के बीच किया पुरस्कार वितरण

कार्यक्रम के दौरान आदिवासी समुदाय द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वालो को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के दौरान आदिवासी समुदाय के द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को पुरस्कृत कर सम्मानित किया गया। इस दौरान जिले के आदिवासी समुदाय के 43 ऐसे छात्र छात्राएं जिन्होंने 2022- 23 के शैक्षणिक सत्र में 90 प्रतिशत से अधिक अंक लाया है उन्हें अतिथियों के द्वारा पुरस्कृत किया गया।

अतिथियों ने छात्रों के बीच किया पुरस्कार वितरण

खिलाड़ियों को किया गया सम्मानित 

वहीं इस दौरान जिले का गौरव बढ़ाते हुए राज्य स्तरीय हॉकी प्रतियोगिता में प्रथम स्थान लाने वाले गुमला की टीम को भी पुरस्कृत कर सम्मानित किया गया। जिले में 171 से अधिक पीवीटीजी ग्रामों का सर्वे करने हेतु जे.टी.डी.एस. की टीम को भी सम्मानित किया गया। इसके अलावा राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर मलेशिया एवं नेपाल में पारा थ्रो बॉल में स्वर्ण पद विजेता टीम के सदस्य पवन लकड़ा सम्मानित हुए, राष्ट्रीय स्तर पर तृतीय एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय राष्ट्रीय खेलकूद प्रतियोगिता आंध्र प्रदेश में फुटबॉल टीम का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ी बलराम हेंब्रम एवं ऋतिक सोरेंग को सम्मानित किया गया।

खिलाड़ियों को किया गया सम्मानित 

कौशल विकास के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य हेतु कुंवर उरांव, मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना की सहायता से अपना प्रिंटिंग प्रेस खोल खुद को स्वरोजगार बनाया साथ ही स्थानीय लोगों को रोजगार देने वाले शंभू उरांव एवं सिलाई मशीन से अपने रोजगार को पंख देने वाली ममता मुक्ता ग्रेस को भी अतिथियों द्वारा पुरस्कृत कर सम्मानित किया गया। उक्त सभी व्यक्ति आदिवासी समाज का प्रतिनिधित्व करते हुए अपने अपने क्षेत्रों में बेहतरीन कार्य कर जिले एवं अपने समाज का नाम उजागर किया। जिसके लिए जिला प्रशासन की टीम ने उन्हें पुरस्कृत कर सम्मानित किया।

कल्याण विभाग द्वारा संचालित 7 विद्यालयों में मांदर का किया गया वितरण

आदिवासी समाज का प्रतीक मांदर एवं उसे बनाने वाले आदिवासी समाज के मांदर कारीगरों के विकास एवं उनके रोजगार को एक वृहद रूप देने के उद्देश्य से कल्याण विभाग के आईटीडीए की टीम द्वारा कल्याण विभाग अंतर्गत संचालित 7 आवासीय विद्यालयों के लिए प्रधान अध्यापकों के बीच मांदर का वितरण किया गया। इस दौरान गुमला विधायक उपायुक्त को विभाग द्वारा आदिवासी के प्रतीक के रूप में मांदर भेंट स्वरूप दिया गया।

आवासीय विद्यालयों के लिए प्रधान अध्यापकों के बीच मांदर का वितरण किया गया

ये रहे मौजूदः

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में गुमला विधायक भूषण तिर्की एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में जिला उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी सहित जिला परिषद अध्यक्ष किरण माला बाड़ा, पुलिस अधीक्षक एहतेशाम बकारिब, उप विकास आयुक्त हेमंत सती, अनुमंडल पदाधिकारी सदर रवि जैन, अपर समाहर्ता सुधीर कुमार गुप्ता, परियोजना निदेशक आईटीडीए इंदु गुप्ता, सिविल सर्जन राजू कच्छप, जिला परिवहन सह योजना पदाधिकारी विजय बिरूआ, जिला कल्याण पदाधिकारी आलोक रंजन सहित संबंधित विभागों के पदाधिकारी एवं कर्मी मौजूद रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ सभी अतिथियों ने संयुक्त रूप से द्वीप प्रज्वलित कर किया।

Share with family and friends: