पटना : केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) के विज्ञापन संख्या में विज्ञापित बिहार पुलिस में सिपाही के 21,391 पदों पर भर्ती हेतु शारीरिक दक्षता परीक्षा (PET) नौ दिसंबर 2024 से 10 मार्च 2025 तक शहीद राजेंद्र प्रसाद सिंह राजकीय उच्च विद्यालय (पटना हाई स्कूल) गर्दनीबाग पटना में आयोजित की गई। परीक्षा के आयोजन के लिए पर्षद द्वारा व्यापक व्यवस्थाएं की गई थीं। पर्षद के पदाधिकारियों, पुलिस मुख्यालय द्वारा तैनात पुलिस पदाधिकारियों, स्थानीय जिला प्रशासन तथा स्थानीय पुलिस के सहयोग से परीक्षा कदाचारमुक्त एवं विधि-व्यवस्था समस्या मुक्त वातावरण में संपन्न की गई।
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परीक्षा के संचालन के लिए पुलिस मुख्यालय द्वारा 316 पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई
आपको बता दें कि परीक्षा के संचालन के लिए पुलिस मुख्यालय द्वारा 316 पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई। जिसमें सात पुलिस अधीक्षक स्तर एवं 20 पुलिस उपाधीक्षक एवं समकक्ष स्तर के पदाधिकारी सम्मिलित हैं। पीईटी परीक्षा के लिए 1,07,079 अभ्यर्थियों को लिखित परीक्षा के परिणाम के आधार पर शॉर्टलिस्ट किया गया था। इसमें से 86,539 अभ्यर्थी भौतिक रूप से सम्मिलित हुए, इनमें 53,960 पुरुष, 32,569 महिला एवं 10 ट्रांसजेंडर अभ्यर्थी शामिल हैं। तीन महीना से अधिक अवधि तक चले इस परीक्षा कार्यक्रम में 72 कार्यदिवसों में परीक्षा आयोजित की गई जिसमें 43 दिन पुरुष एवं 29 दिन महिला अभ्यर्थियों की परीक्षा ली गई। प्रत्येक दिन अभ्यर्थियों के शारीरिक दक्षता, शारीरिक माप एवं उनके अभिलेख सत्यापन का कार्य सम्पादित किया गया।
कदाचारमुक्त वातावरण में संपन्न कराने के लिए पर्षद द्वारा व्यापक तकनीकी व्यवस्थाएं की गई
वहीं शारीरिक दक्षता परीक्षा (PET) को सुचारू रूप से एवं कदाचारमुक्त वातावरण में संपन्न कराने के लिए पर्षद द्वारा व्यापक तकनीकी व्यवस्थाएं की गई। अभ्यर्थियों की उपस्थिति, उनकी पहचान तथा पररूपधारण करने की संभावना को नकारने के लिए आवेदन के फोटो, लिखित परीक्षा के समय लिए गए फोटो, बायोमेट्रिक चिह्नों तथा शारीरिक दक्षता परीक्षा के दौरान उनके फोटो, फिंगर प्रिंट तथा अन्य सूचना प्रौद्योगिकी तकनीकों का सहारा लिया गया। इसके साथ ही दौड़ में समय की गणना के लिए RFID एवं सेंसर आधारित तकनीकों का उपयोग एवं अन्य स्पर्धाओं में इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की मदद से अत्याधुनिक तकनीकों से कार्य सम्पन्न कराया गया, जिससे सूचनाओं के संग्रहण में मानव हस्तक्षेप को कम किया जा सके। ऊंचाई आदि के माप-तौल में भी मानकीकृत इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का प्रयोग किया गया, जिससे सटीक सूचनाएं संकलित की जा सकीं।
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इस परीक्षा के दौरान 462 ऐसे व्यक्तियों की पहचान की गई जो दूसरे का कर रहे थे सहयोग
पूर्व में अंकित प्रक्रियाओं के आधार पर ही इस परीक्षा के दौरान 462 ऐसे व्यक्तियों की पहचान की गयी जिन्होंने परीक्षा में पररूपधारण अथवा अन्य कूटकर्म से परीक्षा परिसर में भाग लेने अथवा उसमें अभ्यर्थियों को सहयोग करने के प्रयास किए, इनमें 370 अभियुक्त इस परीक्षा के अभ्यर्थी थे। ऐसे तत्वों के विरूद्ध 37 कांड स्थानीय थाना गर्दनीबाग पटना में दर्ज किए गए। कांड दर्ज करने के समय हीं इनमें से 84 अभ्यर्थियों को जेल भी भेजा गया, अन्य अभियुक्तों के विरूद्ध स्थानीय पुलिस द्वारा अनुसंधान एवं तत्संबंधी अग्रिम कार्यवाही की जा रही है। इस तरह तकनीक के प्रयोग से अवांछित तत्वों द्वारा परीक्षा तंत्र को अतिक्रमित करने के प्रयासों को प्रभावहीन किया जा सका। परीक्षा के दौरान 110 अभ्यर्थियों को चिकित्सीय सहायता की आवश्यकता पड़ी, जिसे परीक्षा स्थल पर तैनात चिकित्सा पदाधिकारियों एवं स्थानीय अस्पताल के माध्यम से उपलब्ध कराया गया। कुल मिलाकर शारीरिक दक्षता परीक्षा का यह वृहद आयोजन प्रतिनियुक्त पुलिस पदाधिकारियों एवं अन्य सहयोगी एजेन्सियों, स्थानीय पुलिस, अग्निशमन सेवा, नगर निगम प्रशासन तथा सबसे महत्वपूर्ण अभ्यर्थियों एवं उनके अभिभावकों के सहयोग से सफलतापूर्वक सम्पन्न किया गया।
किसी भी दलाल प्राकृति के व्यक्ति के झांसे में न आएं – बिहार पुलिस
शारीरिक दक्षता परीक्षा (PET) में पास अभ्यर्थियों एवं उनके अभिभावकों को आगाह किया जाता है कि वे किसी भी दलाल प्राकृति के व्यक्ति के झांसे में न आएँ कि वह उनके अभ्यर्थियों के अंतिम चयन में किसी प्रकार की मदद कर सकता है। यह उसके द्वारा अवैध धन उगाही का तरीका हो सकता है, जिसमें भोले-भाले अभ्यर्थी एवं उनके अभिभावक फंस सकते हैं और मेहनत की कमाई से हाथ धो सकते हैं, साथ ही कानूनी कार्यवाही के भी भागी हो सकते हैं। यह स्पष्ट किया जाता है कि जिस प्रकार पर्षद द्वारा लिखित परीक्षा एवं शारीरिक दक्षता परीक्षा कदाचारमुक्त वातावरण में सम्पन्न की गई है, उसी प्रकार शेष कार्यवाही भी शीघ्र पूर्ण कर अंतिम चयन अनुशंसा नियुक्ति प्राधिकारों को भेजी जाएगी, जिसमें स्थान पाने वाले अभ्यर्थियों का चयन का आधार केवल और केवल उनके शरीरिक दक्षता परीक्षा में प्रदर्शन के आधार पर मेधा सूची में अर्जित स्थान होगा, इसके अतिरिक्त कुछ नहीं। यदि कोई व्यक्ति अभ्यर्थियों को इस प्रकार से संपर्क करता है अथवा पर्षद के प्रतिनिधि के रूप में सम्पर्क करने का प्रयास करता है तो ऐसे तत्वों की सूचना स्थानीय थाना, साईबर अपराध याना अथवा आर्थिक अपराध इकाई को दें, जहाँ से उनके द्वारा यथोचित कार्यवाही की जाएगी। केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) कदाचार मुक्त, शुचिता पूर्ण एवं भ्रष्टाचार मुक्त वातावरण में चयन प्रक्रिया सम्पन्न कराने के लिए कटिबद्ध है।
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चंदन कुमार तिवारी की रिपोर्ट