रांची: बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव के क्षेत्र, पश्चिमी विक्षोभ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन के चलते झारखंड का मौसम अचानक बदल गया है।
मंगलवार को राज्य के कई हिस्सों में बारिश, ओलावृष्टि और आंधी-तूफान का असर देखा गया। राजधानी रांची समेत खूंटी, बोकारो, धनबाद और अन्य इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश हुई, जिससे अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई।
रांची में मंगलवार शाम को करीब 10 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई, वहीं कुछ इलाकों में रुक-रुक कर बारिश का सिलसिला जारी रहा। पुटकी (धनबाद) में सर्वाधिक 93 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि बोकारो में 50 मिमी, मैथन में 42 मिमी, गोविंदपुर में 42.6 मिमी और कांके में 15 मिमी वर्षा हुई।
मौसम विभाग ने 16 से 19 अप्रैल तक झारखंड में गर्जन, वज्रपात और तेज हवा के साथ हल्की बारिश की संभावना जताई है। इसी को ध्यान में रखते हुए पूरे राज्य में 19 अप्रैल तक येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विज्ञान केंद्र, रांची के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद के अनुसार, यह मौसम प्रणाली बिहार, मध्य प्रदेश और ओडिशा को भी प्रभावित कर रही है।
मौसम विभाग का कहना है कि बुधवार को मौसम में आंशिक सुधार हो सकता है, लेकिन वज्रपात की आशंका बनी हुई है। लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। मंगलवार को राज्य में सबसे अधिक अधिकतम तापमान मेदिनीनगर में 36.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से 3 डिग्री कम है, जबकि रांची का अधिकतम तापमान 33.6 डिग्री और न्यूनतम 17.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।