मधेपुरा : मधेपुरा में पिछले कुछ महीनों से वाद-विवाद एवं आरोप-प्रत्यारोप से सुर्खियों में रहने वाला मधेपुरा नगर परिषद एक बार फिर से चर्चा में आ गया है। दरअसल, मधेपुरा नगर परिषद स्थित कार्यपालक पदाधिकारी के कार्यालय में पदाधिकारी की मौजूदगी में मुख्य पार्षद, उपमुख्य पार्षद, कई वार्ड पार्षद एवं उनके प्रतिनिधि आपस में ऐसे भीड़ गए। जैसे ये कोई कार्यालय नहीं बल्कि कुश्ती का अखाड़ा हो।
पिछले कुछ दिनों पहले मधेपुरा नगर परिषद के कई वार्ड पार्षदों ने कार्यपालक पदाधिकारी तान्या कुमारी के खिलाफ जिलाधिकारी को आवेदन देकर योजनाओं में अनियमितता और धांधली का आरोप लगाते हुए उच्च स्तरीय जांच करवाने की मांग की थी। जिलाधिकारी द्वारा एक त्रिसदस्यीय टीम का गठन किया गया और टीम आज जांच को नगर परिषद पहुंची थी। कुछ फाइलों को टटोलने के बाद टीम वापस चली गई थी। इसी दौरान मुख्य पार्षद कविता कुमारी साहा अपने कार्यालय में मौजूद थी और नगर परिषद के सहायक मो. सलाम को कुछ फाइलों को लाने को कहा। सहायक द्वारा फाइल मुख्य पार्षद का टेबल पर पहुंचाया गया।
आपको बता दें कि सहायक मो. सलाम ने आरोप लगाया है कि मुख्य पार्षद के पास फाइल पहुंचाने को लेकर कार्यपालक पदाधिकारी तान्या कुमारी ने उन्हें अपने कार्यालय में बुलाकर प्रताड़ित करना शुरू कर दिया और अपशब्द भी बोला। जिसकी शिकायत उन्होंने मुख्य पार्षद से की। वहीं जैसे ही मुख्य पार्षद कविता कुमारी साह व अन्य वार्ड पार्षद कार्यपालक पदाधिकारी के कार्यालय में पहुंचे कि वहां पहले से बैठे उपमुख्य पार्षद एवं कुछ अन्य पार्षद तू कलाम करते हुए कार्यालय में ही आपस में ऐसे भीड़ गए की मानो यह नगर परिषद कार्यालय न होकर कुश्ती का अखाड़ा हो। हालांकि इस दौरान कई वार्ड पार्षदों ने इस पूरे प्रकरण का वीडियो भी बना लिया, जो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
इस बारे में मुख्य पार्षद कविता कुमारी शाह ने बताया कि उन्हें कुछ फाइलों का अवलोकन करना था और सहायक मो. सलाम से उन्होंने फाइलें मंगवाई थी। सहायक ने उन्हें फाइल लाकर दिया उन्होंने फाइलों का अवलोकन करना जैसे ही शुरू किया था कि अचानक से कार्यपालक पदाधिकारी के कार्यालय में हो हल्ला होने लगा। जब वह वहां पहुंची तो देखा कि कार्यपालक पदाधिकारी मो. सलाम के साथ गाली-गलौज कर रही हैं। एक कर्मचारी के साथ कार्यपालक पदाधिकारी का इस तरह से व्यवहार करना निंदनीय है। सहायक द्वारा मुझे इस घटना को लेकर एक आवेदन भी प्राप्त हुआ है।
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वहीं वार्ड पार्षद सह सशक्त अस्थाई समिति के सदस्य अजय ठाकुर ने कहा कि मुख्य पार्षद द्वारा फाइल का अवलोकन करना कार्यपालक पदाधिकारी को नागवार क्यों लगा। जब फाइल का अवलोकन करने पर वह एक सरकारी कर्मचारियों के साथ इस तरह का दुर्व्यवहार कर रही है तो निश्चित रूप से इस फाइल में कुछ न कुछ घोटाला है जिसे वह सामने नहीं लाना चाहती है। इस संबंध मधेपुरा नगर परिषद् कार्यपालक पदाधिकारी तान्या कुमारी ने इस पूरे मामले में कहा कि जब जाँच चल रही है तो मुख्य पार्षद क्यों घबरा रही हैं। काम में कोई अनियमितता नहीं है। मुझ पर मानसिक दबाब बनाया जा रहा है जो कहीं से भी सही नहीं है। मैं जानती हूं कि सहायक मो. सलाम को मेरे खिलाफ मोहरा बनाया गया है। बहरहाल, देखना दिलचस्प होगा कि जांच रिपोर्ट किया आता है।
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रमण कुमार की रिपोर्ट