217 आयुष चिकित्सकों को सीएम हेमंत ने सौंपा नियुक्ति पत्र

बेहतर स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में निरंतर आगे बढ़ रही है सरकार

राज्य में यूनानी, आयुर्वेदिक तथा होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति की होगी पढ़ाई

रांची : 217 आयुष चिकित्सकों को सीएम हेमंत सोरेन ने नियुक्ति पत्र सौंपा.

इसके बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य व्यवस्था को

बेहतर करने की दिशा में हमारी सरकार निरंतर आगे बढ़ रही है.

झारखंड में यूनानी, आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक चिकित्सा प्रक्षेत्र में पढ़ाई सुनिश्चित हो

इसके लिए राज्य सरकार कटिबद्ध है. ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को भी आयुष चिकित्सा पद्धति का

लाभ मिल सके इस हेतु आज 217 आयुष प्रक्षेत्र के डॉक्टरों को अनुबंध आधारित नियुक्ति पत्र मिला है.

217 आयुष चिकित्सकों को दी बधाई

मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं समझता हूं कि यूनानी, आयुर्वेदिक एवं होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति

एक ऐसी चिकित्सा पद्धति है जब आधुनिक तकनीकी चिकित्सा पद्धति की परिकल्पना नहीं हुई थी

तब से यह पद्धति चली आ रही है. निश्चित रूप से राज्य में स्वास्थ्य क्षेत्र लिए आज ऐतिहासिक दिन है.

इस अवसर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उपस्थित आयुष प्रक्षेत्र के

सभी नवनियुक्त 217 आयुष चिकित्सकों को बधाई एवं उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी.

मुख्यमंत्री ने सभी नवनियुक्त आयुष डॉक्टर्स के प्रति भरोसा जताते हुए कहा कि

आप जहां भी कार्यरत रहेंगे वहां अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन पूरी ईमानदारी और कर्मठता से करेंगे ऐसा मुझे विश्वास है.

प्राचीन काल से चली आ रही आयुष चिकित्सा पद्धति आज भी काफी प्रभावी

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि आयुष चिकित्सा पद्धति आज भी उतनी ही प्रभावी है,

जितनी प्राचीन काल में थी, विशेषकर झारखंड प्रदेश के लिए आयुष एक बेहतर चिकित्सा पद्धति साबित हो सकती है.

आयुष पद्धति जल, जंगल, जमीन, पठार, नदी- नाले और पहाड़ से घिरे इस आदिवासी

बाहुल्य प्रदेश के लिए खास मायने रखती है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां के लोगों का प्रकृति से गहरा जुड़ाव रहा है

और प्राकृतिक तरीके से वे इलाज कराते आ रहे हैं.

ऐसे में आज के समय में आयुष चिकित्सा पद्धति यहां के लिए काफी महत्वपूर्ण है.

217 आयुष चिकित्सकों – पहली बार बड़े पैमाने पर आयुष चिकित्सकों की नियुक्ति

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि आज का दिन हम सभी के लिए काफी अहमियत रखता है.

पहली बार इतने बड़े पैमाने पर आयुष चिकित्सा पद्धति के तहत यूनानी, आयुर्वेदिक

और होम्योपैथिक चिकित्सकों की नियुक्ति सरकार के द्वारा की गई है.

मुझे उम्मीद है कि इनकी नियुक्ति से राज्य में आयुष चिकित्सा प्रणाली को

कारगर बनाने के साथ लोगों को इसका बेहतर लाभ पहुंचाने में कामयाब होंगे.

झारखंड सरकार और श्री सत्य साईं हार्ट हॉस्पिटल के बीच एमओयू

इस अवसर पर झारखंड सरकार और श्री सत्य साई हॉस्पिटल के बीच एमओयू हुआ.

एमओयू के अंतर्गत प्रतिवर्ष झारखंड के एक हजार हार्ट मरीजों का मुफ्त इलाज

गुजरात के श्री सत्य साई हॉस्पिटल में होगा.

झारखंड सरकार इन मरीजों के यात्रा पर प्रति मरीज 10 हजार रुपया खर्च करेगी.

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इसे एतिहासिक कदम बताते हुए कहा कि इस एमओयू से

श्री सत्य साई हॉस्पिटल राजकोट और अहमदाबाद में झारखंड के युवा तथा वयस्कों का मुफ्त हार्ट का इलाज होगा.

217 आयुष चिकित्सकों : मानदेय के अलावे आयुष चिकित्सकों को मिलेगा हर माह इंसेंटिव

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि आज एक नई पीढी इस व्यवस्था को बढ़ाने का प्रयास कर रहा है.

आज 217 चिकित्सकों की नियुक्ति हो रही है इन चिकित्सकों के माध्यम से सुदूरवर्ती ग्रामीणों को लाभ मिलेगा.

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार स्वास्थ्य व्यवस्था को ठीक रखने को लेकर चिंतन करती रहती है.

फिर भी ठीक नहीं हो पाती है. सरकार के आप अंग हैं और बेहतर से बेहतर काम करेंगे.

सरकार आपको इंन्सेटिव भी देने का काम करेगी. सैलरी के अलावे हर महिने 15 हजार इंसेंटिव देने का काम करेगी.

स्वास्थ्य से जुड़े तीन नए एप्प का शुभारंभ

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर स्वास्थ्य सेवा से संबंधित तीन एप्प का शुभारंभ किया.

इसके अंतर्गत आयुष योगा एप्प, आयुष पेशेंट मॉनिटरिंग एप्प तथा जीवन दूत एप्प शामिल है.

इस अवसर पर राज्य के मुख्य सचिव सुखदेव सिंह,

अपर मुख्य सचिव-सह-प्रधान सचिव स्वास्थ्य विभाग अरुण कुमार सिंह,

मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे,

आयुष के नोडल अधिकारी भुवनेश प्रताप सिंह, श्री सत्य साईं हार्ट हॉस्पिटल के

प्रतिनिधि सहित आयुष प्रक्षेत्र के नवनियुक्त सभी डॉक्टर्स उपस्थित थे.

रिपोर्ट: मदन सिंह

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