लखनऊ : CM Yogi ने यूपी के 20 जिलों को बताया को दुर्घटना-बहुल, हादसों पर प्रभावी ब्रेक लगाने का निर्देश। CM Yogi आदित्यनाथ ने रविवार को उत्तर प्रदेश राज्य सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक ली एवं इसमें सड़क हादसों पर प्रभावी ब्रेक यानि अंकुश लगाने का निर्देश दिया।
CM Yogi ने इसी बैठक में कहा कि यूपी में बढ़े हादसे तो चिंताजनक है हीं,उनमें भी 20 जिलों का दुर्घटना-बहुल के रूप में सामने आना और भी चिंताजनक है।
बैठक में CM Yogiने पूरे यूपी में बढ़ते सड़क हादसों एवं उनमें जान गंवाने वालों की बढ़ती संख्या पर गंभीर चिंता जाहिर की। साथ ही इन हादसों पर कड़ाई से प्रभावी तरीके से ब्रेक यानि अंकुश लगाने की दिशा में कतिपय जनपदों के स्तर पर बरती गई शिथिलता पर गंभीर असंतोष व्यक्त किया।
CM Yogi ने बढ़ते सड़क हादसों के लिए मानीटरिंग की कमी को चिन्हित करते हुए नियमित रेगुलर मानीटरिंग करने को कहा ताकि जहां भी व्यवस्था में कोई कमी दिखे तो उसे तुरंत सुधारते हुए ऐहतियाती प्रभावी कदम उठाए जा सकें। इस काम में किसी भी स्तर पर कोई ढिलाई या लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।
CM Yogi की इस महत्वपूर्ण बैठक में रविवार को संबंधित विभागों के मंत्री, शासन स्तर के अधिकारी, सभी मंडलों के मंडलायुक्त, सभी जनपदों के जिलाधिकारी, पुलिस कमिश्नर एवं पुलिस अधीक्षक मौजूद रहे।
‘एक साल में सड़क हादसों में 24 हजार मौतें…’
बैठक में चिंतित अंदाज में एवं तनिक सख्त लहजे में CM Yogi आदित्यनाथ ने कहा कि – ‘…वर्ष 2024 में प्रदेश के 75 जनपदों हुई दुर्घटनाओं में सबसे ज्यादा 20 जनपदों में जनहानि हुई है।
इनमें हरदोई, मथुरा, आगरा, लखनऊ, बुलन्दशहर, कानपुर नगर, प्रयागराज, सीतापुर, उन्नाव, बाराबंकी, लखीमपुर खीरी, बरेली, अलीगढ़, गौतमबुद्धनगर, शाहजहांपुर, गोरखपुर, कुशीनगर, बदायूं, मेरठ और बिजनौर शामिल हैं।
…प्रदेश में कुल हुई दुर्घटना मृत्यु में 42 प्रतिशत इन जनपदों से है। वर्ष 2024 में 46052 सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं। इसमें 34600 लोग घायल हुए हैं, जबकि 24 हजार से अधिक मौतें हुई हैं, जो कि अत्यंत दुखद है। इसे हर हाल में न्यूनतम करना होगा।
…सड़क सुरक्षा से जुड़े सभी संबंधित विभाग आपसी समन्वय बनाकर सामूहिक प्रयासों के माध्यम से सड़क दुर्घटनाओं को नियंत्रित करें। साथ ही प्रदेश के सभी मार्गों पर ब्लैक स्पॉट को चिन्हित कर उन्हें ठीक कराएं।’

सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में फिसड्डी मिले 5 जिले…
बैठक में सड़क हादसों एवं उस संबंधी बचाव को तत्परतापूर्ण कार्रवाई के साथ मानीटिरिंग के ब्योरे का विश्लेषण करते हुए CM Yogi आदित्यनाथ ने खामियां पाईं। इस पर CM Yogi ने अधिकारियों को सख्त अंदाज में निर्देशित किया।
CM Yogi ने कहा कि – ‘…वर्ष 2024 में जिला सड़क सुरक्षा समिति की कम बैठक करने वाले जनपदों में बलरामपुर, फिरोजाबाद, गोंडा, चंदौली, व जौनपुर टॉप पर हैं। यह स्थिति बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इन पांचों जनपदों में इसी सप्ताह बैठक हो जानी चाहिए।

…अभी तक 10 या उससे अधिक बैठक करने वाले में यूपी के 38 जनपद हैं। इन जनपदों में भी शासन द्वारा जारी एसओपी के आधार पर जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित कर ली जाए।
…सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए यह आवश्यक है कि जनपद स्तर पर प्रत्येक माह एवं मंडल स्तर पर त्रैमासिक मंडलीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक अनिवार्य रूप से हो।
…प्रदेश के छह मंडलों अयोध्या, प्रयागराज, वाराणसी, आजमगढ़, सहारनपुर एवं आगरा मंडल में पिछले वर्ष हुई सिर्फ एक ही बैठक हुई है। इसे बढ़ाने की आवश्यकता है।
बस्ती, लखनऊ, गोरखपुर और मिर्जापुर में चार बैठकें हुई हैं। यह संतोषजनक है लेकिन अन्य की स्थिति में सुधार जरूरी है।’

CM Yogi : ई-रिक्शा चलाने से नाबालिकों को रोकें, करें वैरिफिकेशन
इसी क्रम में CM Yogi ने आगे कहा कि –‘…यूपी में नगरीय क्षेत्रों में यह देखने को मिलता है कि नाबालिक बच्चे ई रिक्शा चला रहे हैं। इस पर प्रभावी अंकुश लगाएं। साथ ही सभी ई रिक्शा ड्राइवर का वैरिफिकेशन अवश्य कराएं।
RTO ऑफिस को बिचौलियों से पूर्णतः मुक्त रखें। इसके लिए समय-समय पर रैंडम चेकिंग अभियान चलाएं। … इसी क्रम में सड़क जाम एक बड़ी समस्या बनती जा रही है। ट्रैफिक के सुचारू संचालन के लिए प्रदेश में प्रयाप्त मैनपॉवर उपलब्ध है।
आवश्यकता पड़ने पर सिविल पुलिस, पीआरडी और होमगार्ड के जवानों को ट्रेनिंग देकर ट्रैफिक प्रबंधन को बेहतर बनाएं।
…अक्सर यह देखा गया है कि सड़क पर करते समय भी बहुत सी दुर्घटनाएं हो जाती हैं। इसके दृष्टिगत NHAI की बहुत सी सड़कों पर फुट ओवर ब्रिज की आवश्यकता है। ऐसे सभी स्थानों को चिन्हित कर उनका भी निर्माण कराएं। साथ ही प्रदेश के सभी प्रमुख मार्गों पर सड़क सुरक्षा से सम्बन्धित साइनेज अवश्य लगाएं।’
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