लखनऊ : CM Yogi की दो टूक – शिक्षकविहीन ना रहे यूपी का एक भी स्कूल। CM Yogi आदित्यनाथ ने यूपी के बेसिक शिक्षा विभाग अधिकारियों की बैठक लेते हुए दो टूक निर्देश दिया कि – ‘…प्रदेश का कोई भी विद्यालय शिक्षकविहीन नहीं होना चाहिए। …हमारा पूरा फोकस क्वॉलिटी ऑफ एजुकेशन पर होना चाहिए।
…गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए सरकार के पास धन की कोई कमी नहीं है। …सभी आकांक्षात्मक जनपदों एवं विकास खण्डों में शिक्षक-छात्र अनुपात बेहतर रहे।
…सरकार हर स्थिति में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है।’
यूपी में ‘ऑपरेशन कायाकल्प’ जारी…
बेसिक शिक्षा अधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए CM Yogi आदित्यनाथ ने आगे कहा कि – ‘…बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ राज्य सरकार ‘ऑपरेशन कायाकल्प’ चला रही है। …इसके अन्तर्गत 19 पैरामीटर्स को ध्यान में रखते हुए अन्तरविभागीय समन्वय के साथ विद्यालयों में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करा रही है।
…परिषदीय विद्यालयों में बालक एवं बालिकाओं के लिए अलग-अलग शौचालय की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। इन विद्यालयों में पेयजल, अच्छी फ्लोरिंग के क्लासरूम, विद्युत की सुविधा, बाउण्ड्रीवॉल व गेट सहित अच्छे फर्नीचर भी उपलब्ध कराए गए हैं।
…प्रदेश में वर्तमान में 1.93 करोड़ बच्चे परिषदीय विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। इसके लिए प्रदेश सरकार ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के बजट में 85,726 करोड़ रुपये की व्यवस्था की है।’

यूपी में 1 से 15 अप्रैल तक ‘स्कूल चलो अभियान’
इसी क्रम में CM Yogi आदित्यनाथ ने अधिकारियों से कहा कि – ‘…आगामी 01 अप्रैल से 15 अप्रैल तक और जुलाई माह में 15 दिन का ‘स्कूल चलो अभियान’ संचालित किया जाएगा। इस दौरान शिक्षकों, ग्राम प्रधानों व ग्राम पंचायत के सदस्यों द्वारा मिलकर इस प्रकार व्यवस्था की जाए कि यह ‘स्कूल चलो अभियान’ बच्चों को उत्सव की भांति लगे।
…इस दौरान बच्चों को कुछ नया अनुभव प्रतीत हो। …शिक्षक और प्रिंसिपल गांव का भ्रमण करें और घर-घर जाकर बच्चों को स्कूल आने के लिए प्रेरित करें। विगत 8 वर्षों में मध्यान्ह् भोजन व्यवस्था का विस्तार हुआ है।
…यह वर्ष 2010 में 70 प्रतिशत थी, जो वर्ष 2024 में बढ़कर 95.4 प्रतिशत हो गई है। परिषदीय विद्यालयों में पुस्तकालयों का उपयोग 78 प्रतिशत हो गया है।
…प्राथमिक विद्यालयों में विद्यार्थियों की उपस्थिति वर्ष 2010 में 57 प्रतिशत थी, जो वर्ष 2024 में बढ़कर 71.4 प्रतिशत हो गई है। …प्रदेश में बालिकाओं का नामांकन बालकों की तुलना में अधिक है।’

CM Yogi : यूपी में शिक्षा की गुणवत्ता में हुई उल्लेखनीय वृद्धि
CM Yogi आदित्यनाथ ने कहा कि – ‘…शिक्षा के क्षेत्र में किए गए समग्र प्रयासों के परिणाम ‘असर’ (ए0सी0ई0आर0) रिपोर्ट में देखे जा सकते हैं। वर्ष 2024 की ‘असर’ रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश द्वारा शिक्षा की गुणवत्ता में उल्लेखनीय वृद्धि देखने को मिली है।
…उत्तर प्रदेश अब ‘टॉप परफॉर्मिंग स्टेट’ की श्रेणी में सम्मिलित हो गया है। वर्ष 2018 से वर्ष 2024 के बीच उत्तर प्रदेश में शिक्षा के स्तर में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
…शिक्षकों को अच्छे प्रशिक्षण कार्यक्रमों से जोड़ना होगा, ताकि लर्निंग आउटकम को और बेहतर किया जा सके।’
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