डिजिटल डेस्क : Ayodhya से CM Yogi का आह्वान – एक बार संगम में डुबकी जरूर लगाएं, देखें सनातन के बढ़े गौरव का मूर्त रूप…। रामनगरी अयोध्या में रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा की वर्षगांठ को लेकर शनिवार को शुरू हुए तीन दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा द्वादशी समारोह के मंच CM Yogi आदित्यनाथ ने भावपूर्ण आह्वान किया।
CM Yogi ने कहा कि – ‘…आज इस पावन मौके पर सभी लोगों से त्रिवेणी नगरी संगम जाने का आह्वान करता हूं। 13 जनवरी से प्रयाग राज की धरती पर महाकुंभ का आयोजन होने जा रहा है।
…अयोध्या जैसी भव्य सुविधा प्रयागराज में प्राप्त होने वाली है। महाकुंभ भव्यता-दिव्यता, आस्था व आधुनिकता के संगम के रूप में देखने को मिल रहा है। …एक बार जाकर त्रिवेणी में स्नान कीजिए और सनातन धर्म के बढ़े गौरव का मूर्त रूप देखकर आइए’।
CM Yogi बोले – पीएम मोदी की अगुवाई में बढ़ते भारत का हिस्सा बनें…
अयोध्या के इसी समारोह में प्रयागराज में शुरू हो रहे महाकुंभ की दिव्यता-भव्यता का बखान करते हुए CM Yogi आदित्यनाथ ने सभी सनातनियों से अगले एक माह की अवधि में महाकुंभ जाकर संगम दर्शन और स्नान करने का आह्वान किया।
CM Yogi ने कहा कि – ‘पीएम मोदी के नेतृत्व में जिस ओर देश बढ़ रहा है, हम सब उसका हिस्सा बने। सत्य को अधिक दिनों तक छिपाया नहीं जा सकता है। प्रयागराज की धरती पर महाकुंभ का आयोजन होने जा रहा है। अयोध्या जैसी ही सुविधा प्रयागराज में भी है। आपकी श्रद्धा है, तो ईश्वर खुद ही आपको शक्ति दे देते हैं।
…सभी लोग एक बार जाकर वहां की व्यवस्था जाकर जरूर देखिए। एक बार संगम में डुबकी जरूर लगाएं। …13 जनवरी से 26 फरवरी तक होने वाले महाकुंभ की आप सभी को शुभकामनाएं ….मंकर संक्रांति की आप सभी एवं प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं …’।
बोले CM Yogi – …अयोध्या अब अयोध्या होने का अहसास कराती है
CM Yogi आदित्यनाथ ने आगे कहा कि – ‘अयोध्या अब अयोध्या होने का अहसास कराती है। सत्य को अधिक दिनों तक धुंधला करके कोई नहीं रख सकता है। सत्य एक दिन उजागर होगा। देश-दुनिया सत्य के रूप में अयोध्या में राम जन्मभूमि पर प्रभु रामलला के भव्य मंदिर देख रही है। सूर्यवंश की राजधानी अयोध्या देश की पहली सोलर सिटी बन चुकी है।
…यह नए भारत का नया उत्तर प्रदेश है तो नए उत्तर प्रदेश की नई अयोध्या अपने तीर्थ होने के गौरव के साथ पूरे देश को अपने साथ जोड़ रही है। 2024 में प्राण प्रतिष्ठा के बाद हर दिन लगभग 1.5 से दो लाख श्रद्धालु यहां दर्शन करते हैं। पहले यहां महज तीन-चार घंटे ही बिजली मिलती थी। राम जी की पैड़ी में सरयू का जल सड़ता रहता था। सफाई की कोई व्यवस्था नहीं थी।
…अयोध्या के पास कोई हवाई अड्डा नहीं था। आज अयोध्या के पास अपना हवाई अड्डा है। आज सरयू जी का जल सड़ता नहीं। यहां की सड़कें त्रेतायुग का स्मरण कराती हैं।
…आज अयोध्या, अयोध्या होने का अहसास कराती है। आज अयोध्या सोलर से चलती है। सीएम ने कहा कि अयोध्या एक दिन में ऐसी नहीं बनी है। इसके लिए लाखों लोगों को त्याग देना पड़ा। तपस्या करनी पड़ी। लाखों लोग 500 वर्षों से अपने आराध्य को स्थापित करने के लिए संघर्ष करते रहे’।
अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा की वर्षगांठ पर देशभर के 20 राज्यों से पहुंचे लाखों श्रद्धालु
रामलला के प्राण प्रतिष्ठा की तिथि पौष शुक्ल द्वादशी कितनी अहम है, इसका नजारा शनिवार को अयोध्या में दिखा। रामलला के विग्रह की भव्य मंदिर में प्रतिष्ठा की वर्षगांठ प्रतिष्ठा द्वादशी के रूप में मनाई जा रही है। राममंदिर में विराजमान बालक राम शनिवार को एक साल के हो गए हैं। प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ पर अपने लल्ला के दर्शन करने पूरा देशउ उमड़ पड़ा।
करीब 20 से अधिक राज्यों के श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे। 2़ 50 लाख भक्तों ने रामलला के दर्शन किए।शनिवार की सुबह पांच बजे से ही दर्शनपथ पर जयकारे गूंजने लगे थे। आस्था की हिलोरें उमड़-घुमड़ रहीं थी। कोई नृत्य कर रहा था, कोई मंगलगान, हर कोई भावविभोर था। रह-रहकर श्रद्धालुओं की टोली अलग-अलग मुद्रा में हाव-भाव में पहुंच रही थी। हर मन मस्तिष्क में बस राम ही राम समाए थे।
इस मौके पर आयोजित समारोह में CM Yogi आदित्यनाथ ने कहा कि – ‘ हिंदू पंचांग के अनुसार श्रीराम जन्मभूमि पर प्रभु रामलला की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा के एक वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास द्वारा प्रतिष्ठा-द्वादशी के रूप में त्रिदिवसीय आयोजन का शुभारंभ किया गया है।
…22 दिसंबर 1949 को रामलला का अपनी जन्मभूमि में प्रकट होना इस पूरी लड़ाई की पृष्ठभूमि को आगे बढ़ाता हुआ आज इन स्थितियों में पहुंचा कि प्राण-प्रतिष्ठा के एक वर्ष के उपरांत मंगलगान के साथ हम सभी गौरव की अनुभूति कर रहे हैं। मंगलगान का शुभारंभ नौ नवंबर 2019 को हुआ, जब न्यायपालिका ने सर्वसम्मत से निर्णय सुनाया कि अयोध्या में जहां विवादित ढांचा था, वह राम जन्मभूमि है।
…पांच अगस्त 2020 को इसी अयोध्या धाम में आकर पीएम मोदी ने प्रभु रामलला के भव्य राममंदिर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। 22 जनवरी 2024 (पौष शुक्ल द्वादशी) के दिन पीएम मोदी ने देश भर से आए हर तबके की उपस्थिति व संतों के सानिध्य में रामलला को उनकी जन्मभूमि में प्रतिष्ठित कराने का कार्य किया था’।