रांची: बरियातू रोड में दिन-दहाड़े कोयला कारोबारी विपिन मिश्रा को गोली मारने की घटना के चार दिन बाद भी अपराधी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। इसको लेकर रांची पुलिस और कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
सोमवार को डीजीपी अनुराग गुप्ता ने इस मामले को लेकर रांची एसएसपी, एटीएस एसपी और सीआईडी एसपी के साथ समीक्षा बैठक की। पुलिस जांच में अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है, हालांकि अपराधियों का सुराग मिलने का दावा किया गया है। डीजीपी ने कहा कि अगले दो-तीन दिनों में आरोपियों की गिरफ्तारी हो सकती है।
एटीएस ने अमन साहू गिरोह पर कसा शिकंजा
कोयला कारोबारी गोलीकांड में एटीएस (ATS) ने अमन साहू और उसके गिरोह के 21 सदस्यों के खिलाफ बीएनएस की धारा 111 के तहत संगठित अपराध में संलिप्तता का केस दर्ज किया है। इस मामले में अमन साहू, उसके भाई आकाश साहू, चंदन साहू, शूटर हरि तिवारी, राजा अंसारी, आकाश राय उर्फ मोनू, योगेश्वर साहू समेत अन्य अपराधियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
एसआईटी भी कर रही जांच
घटना की जांच के लिए एसआईटी (SIT) का गठन किया गया है, जिसमें तीन डीएसपी और तीन इंस्पेक्टर शामिल हैं। एसआईटी की एक टीम बिहार और दूसरी टीम रायपुर में जांच में जुटी है।
रांची में संगठित गिरोह लगातार व्यवसायियों से रंगदारी मांग रहे हैं और धमकी दे रहे हैं। इसे देखते हुए डीजीपी ने एटीएस एसपी को संगठित अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।