मधेपुरा : बिहार में परिवहन विभाग की बड़ी लापरवाही एवं हैरतअंगेज कारनामा सामने आई है। मधेपुरा के सिंहेश्वर थाना कैंपस में पिछले एक माह से खड़ी एक दुर्घटनाग्रस्त स्कॉर्पियो वाहन का 285 किलोमीटर दूर मोतिहारी जिले में ओवर स्पीड का चालान कटा। वहीं पीड़ित वाहन मालिक खासे परेशान हैं। दरअसल, मधेपुरा के सिंहेश्वर थाना क्षेत्र अंतर्गत जजहट सबैला के एक शख्स की स्कॉर्पियो वाहन संख्या बीआर 43पी 7950 पर मोतिहारी जिले में ओवर स्पीड का चालान काटा गया है जबकि स्कॉर्पियो पिछले 28 दिनों से थाना में खड़ी है। यह स्कॉर्पियो जजहट सबैला के झिटकिया में दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। इसमें कई लोग घायल भी हुए थे। सिंहेश्वर के जजहट सबैला वार्ड संख्या-9 निवासी संतोष कुमार जो अभी पटना में हैं। उन्हें सोमवार सुबह 11 बजकर 51 मिनट पर एक मैसेज मिला। इसमें 26 मई को ओवर स्पीड के लिए दो हजार का चालान काटा गया। जिसके बाद तो मानो उनके पैर तले की जमीन खिसक गई।
Highlights
जब पोर्टल खोल कर देखा तो एक और चालान साल 2024 अगस्त माह में भी पटना में किया गया है
उन्होंने इसकी सूचना मधेपुरा में अपने छोटे भाई बौआ को दी। हद की इंतहा तो यह है कि जब पोर्टल खोल कर देखा गया तो एक और चालान वर्ष 2024 अगस्त माह में भी पटना में किया गया है। जिसमें डंडा अधिकारियों के आदेशों की अवज्ञा या जानकारी देने से इनकार करने के लिए दो हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया है। जबकि गाड़ी मधेपुरा जिला में हीं थी। वहीं इस मामले को लेकर वाहन मालिक बौआ ने बताया कि एक मामले के मैसेज में उनकी स्कॉर्पियो मोतिहारी में तेज गति से चलने के कारण पकड़ी गई है। इस पर दो हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है। चालान की सूचना मिलते ही उन्होंने मधेपुरा के जिला परिवहन कार्यालय मधेपुरा, पटना ट्रैफिक एसपी, मोतिहारी एसपी और सिंहेश्वर थाना को मेल किया है।
यह भी देखें :
दूसरा चालान में जो नंबर प्लेट दिखाया गया है वह नंबर प्लेट सहित उनका गाड़ी हीं नहीं है
उन्होंने बताया कि दूसरा चालान में जो नंबर प्लेट दिखाया गया है, वह नंबर प्लेट सहित उनका गाड़ी हीं नहीं है। वाहन मालिक संतोष कुमार के छोटे भाई बौआ का मानना है कि फर्जी चालान की शिकायत करने में हजारों रुपए खर्च होंगे। जबकि चालान की राशि मात्र चार हजार रुपए है। वह अब इस मामले को लेकर परिवहन विभाग के उच्च अधिकारियों से शिकायत करेंगे। वहीं इस मामले में सिंहेश्वर थाना अध्यक्ष विरेंद्र कुमार ने बताया कि 29 अप्रैल को सड़क दुर्घटना में उक्त वाहन पर प्राथमिकी दर्ज हुई थी। इस मामले में अनुसंधान चल हीं रहा है। गाड़ी अबतक थाना में हीं लगी हुई है। चालान कैसे कटा यह बात मैं नहीं बता सकता हूं।
यह भी पढ़े : कैमरे की मदद से ‘होट लिस्टिंग’ का फीचर काफी कारगर, गया से चोरी वाहन का पटना में कटा चालान
रमण कुमार की रिपोर्ट