काट दी प्रसूता की नस, मौत और फिर…..

काट दी प्रसूता की नस, मौत और फिर.....

गोड्डा : गोड्डा के सदर अस्पताल में एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां चिकित्सक की अनुपस्थिति में नर्स ने प्रसूता का माइनर आपरेशन कर नवजात को गर्भ से सुरिक्षत बाहर तो निकाल लिया, परंतु प्रसूता की जान चली गई।

स्वजन का आरोप है कि नर्स की लापरवाही से प्रसूता की नस कट गई और अत्यधिक रक्तस्राव के कारण उसकी मौत हो गई। रविवार की देर रात घटी इस घटना के बाद स्वजन ने सोमवार को अस्पताल में जमकर हंगामा किया। बाद में अस्पताल पहुंची पुलिस ने मामले को शांत कराया।

इधर, सिविल सर्जन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तीन सदस्यीय जांच समिति गठित कर 72 घंटे में रिपोर्ट तलब की है। बताया गया कि प्रसव पीड़ा के बाद गोड्डा के पथरगामा प्रखंड के चिलौना गांव निवासी 22 वर्षीय प्रतिमा कुमारी को रविवार की सुबह उसके पति कैलाश साह ने सदर अस्पताल में भर्ती कराया था।

महिला की ससुराल बिहार के भागलपुर जिले के पाठकडीह गांव में है। अस्पताल में विशेषज्ञ महिला चिकित्सक का पदस्थापन नहीं रहने से ड्यूटी पर तैनात जनरल फिजिशियन डा. राजेंद्र भगत ने ड्यूटी पर तैनात नर्स को ब्लड प्रेशर आदि की जांच कर महिला का सामान्य प्रसव कराने का निर्देश दिया था।

इस बीच नर्स ने सुबह करीब 11 बजे माइनर आपरेशन कर उक्त महिला इससे भी उसकी स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो रात्रिकालीन सेवा में मौजूद चिकित्सक डा. प्रशांत मिश्रा को रात करीब एक बजे प्रसव वार्ड में बुलाया गया, लेकिन तब तक महिला की मौत हो चुकी थी।

रविवार को अस्पताल के रोस्टर चार्ट के अनुसार संबंधित वार्ड में सुबह का प्रसव कराया। इसके बाद से ही रक्तस्राव शुरू हो गया। इसके बाद रविवार की देर शाम प्रतिमा की हालत गंभीर हो गई तो ड्यूटी पर तैनात नर्स ने कुछ दवाएं मंगाई।

नौ बजे से दोपहर तीन बजे तक नीलम और हेमा, तीन बजे से शाम नौ बजे तक अंजू, रंजीता और सोनी और रात नौ बजे से सुबह नौ बजे तक चंचला और स्वेता नामक नर्स की ड्यूटी थी।

स्वजन ने यह आरोप लगाया है कि डिलीवरी के बाद नर्स ने उनसे 5000 रुपये की मांग की, परंतु उन्होंने एक हजार रुपए दिए तो नर्स का चेहरा तमतमा गया। इसके बाद मरीज की देखभाल में और भी लापरवाही बरती गई। इधर, प्रसूता ने जिस बच्ची को जन्म दिया है, वह स्वस्थ है।

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