Cyber Fraud: टेक उद्योग में काम करने वाला एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर से साइबर ठगी का मामला सामने आया है। धोखेबाजों ने फर्जी सरकारी अधिकारी बनकर उन्हें फोन किया और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार करने की धमकी दी और उन्हें 11 करोड़ रुपये चूना लगा दिया। मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
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Cyber Fraud: सरकारी अधिकारी बताकर ठगी
पुलिस के मुताबिक, आरोपियों को पता चला कि पीड़ित का बाजार में 50 लाख रुपये का निवेश था, जो बढ़कर 12 करोड़ रुपये हो गया है। इसके बाद उन्होंने खुद को पुलिस, सीमा शुल्क और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों के रूप में पेश किया और कथित मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्तारी की धमकियां दीं।
इसके बाद पीड़ित ने अपने आधार, पैन कार्ड और केवाईसी जानकारी जैसे व्यक्तिगत विवरण आरोपियों को साझा किए। इसके बाद साइबर ठग महीनों में नौ बैंक खातों में धनराशि निकालने में कामयाब रहा। साथ ही यह दावा किया कि यह सरकारी प्रक्रियाओं का हिस्सा है।
पीड़ित से शिकायत मिलने के बाद साइबर अपराध पुलिस ने जांच शुरू की और इलाहाबाद में एक खाते से 7.5 करोड़ रुपये का पता चला। निशानदेही पर पुलिस सूरत गई, जहां उन्हें पता चला कि पैसे का इस्तेमाल एक आरोपी धवल शाह द्वारा सोना खरीदने के लिए किया गया था।
Cyber Fraud: पुलिस की जांच जारी
पुलिस कार्रवाई में अब तक तीन आरोपियों, तरुण नटानी, करण और धवल शाह को गिरफ्तार किया जा चुका है और आईटी अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की संबंधित धाराओं के तहत आगे की जांच जारी है।