Sunday, October 26, 2025
Loading Live TV...

Latest News

तेजस्वी का नया वादा, कहा- सीमांचल के विकास के लिए बनेगी ‘सीमांचल डेवलपमेंट अथॉरिटी’

कटिहार : बिहार विधानसभा चुनाव के बीच विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव आज चार जनसभा को संबोधित करेंगे। पहली सभी तेजस्वी ने कटिहार में की। तेजस्वी के साथ वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी और महागठबंधन के कई नेता मौजूद रहे। कटिहार के बाद तेजस्वी किशनगंज और अररिया में चुनावी रैली को संबोधित करेंगे। कटिहार में एक पब्लिक रैली को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता और महागठबंधन के सीएम उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने कहा कि अगर हम सत्ता में आते हैं तो सीमांचल के विकास के लिए सीमांचल डेवलपमेंट अथॉरिटी बनाई जाएगी।बिहार बदलाव के लिए बेसब्र है, यह...

सदर अस्पताल की तीसरी मंजिल से कूदकर मरीज ने दी जान, निगरानी व्यवस्था पर उठे सवाल

Chaibasa: पश्चिमी सिंहभूम जिले में स्थित चाईबासा सदर अस्पताल में रविवार सुबह एक दर्दनाक घटना सामने आई। अस्पताल में भर्ती एक मरीज ने तीसरी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली। मरीज की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।घटना की जानकारी मिलते ही अस्पताल परिसर में हड़कंप मच गया। अस्पताल प्रबंधन ने पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने शुरू की जांचः मृतक टोंटो प्रखंड के पूरनापानी गांव का रहने वाला बताया जा रहा है। वह पिछले कुछ दिनों से सदर अस्पताल के पुरुष वार्ड में भर्ती...

छठ पर महंगाई पर ‘ब्रेक’: हजारीबाग में हुआ अनोखे बाजार का आयोजन, 65 लाख की पूजा सामग्रियां नो-प्रॉफिट-नो-लॉस पर उपलब्ध

Hazaribagh: छठ महापर्व को लेकर हजारीबाग में हर साल की तरह इस बार भी एक अनोखे जन-कल्याणकारी बाजार का आयोजन किया गया है। जिसमें छठव्रतियों को पूजा में उपयोग होने वाली सभी सामग्रियां लागत मूल्य पर उपलब्ध कराई जा रही हैं। यह पहल श्री सूर्य षष्ठी छठ पूजा फल वितरण समिति (हजारीबाग) की ओर से की गई है। समिति ने इस साल लगभग 65 लाख रुपये की लागत से फल और पूजा सामग्री मंगवाई है। बाजार खुलते ही लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी और सभी ने इसे एक सकारात्मक और प्रेरक प्रयास बताया। पूजा सामग्रियां नो-प्रॉफिट-नो-लॉस पर उपलब्धः समिति के सदस्यों...

साइबर धोखाधड़ी पर लगेगी लगाम, दूरसंचार विभाग ने बनाया यह प्लान, जानिए क्या है

“Efficient supply chain and cargo logistics service in Bihar and Jharkhand”
Advertisment

Desk. साइबर धोखाधड़ी और वित्तीय अपराध से निपटने के लिए दूरसंचार विभाग (डीओटी) ने हितधारकों के साथ “वित्तीय धोखाधड़ी जोखिम संकेतक (एफआरआई)” साझा करने की घोषणा की है। यह डिजिटल इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म (डीआईपी) के हिस्से के रूप में विकसित एक बहुआयामी विश्लेषणात्मक उपकरण का आउटपुट है, जो साइबर धोखाधड़ी की रोकथाम के लिए अग्रिम कार्रवाई योग्य खुफिया जानकारी उपलब्ध कराकर वित्तीय संस्थानों को सशक्त बनाता है। इससे इस उपकरण के साथ चिह्नित मोबाइल नंबरों के मामले में साइबर सुरक्षा और सत्यापन जांच में तेजी आएगी, जब ऐसे नंबरों पर डिजिटल भुगतान किए जाने का प्रस्ताव होता है।

वित्तीय धोखाधड़ी जोखिम संकेतक क्या है?

यह एक जोखिम-आधारित मापीय उपकरण है, जो किसी मोबाइल नंबर को वित्तीय धोखाधड़ी के मध्यम, उच्च या बहुत उच्च जोखिम से जुड़े होने के रूप में वर्गीकृत करता है। यह वर्गीकरण भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (आई4सी) के राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (एनसीआरपी), डीओटी के चक्षु प्लेटफ़ॉर्म और बैंकों तथा वित्तीय संस्थानों की ओर से साझा की गई खुफिया जानकारी सहित विभिन्न हितधारकों से प्राप्त जानकारी का परिणाम है। यह हितधारकों-विशेष रूप से बैंकों, एनबीएफसी और यूपीआई सेवा प्रदाताओं को प्रवर्तन को प्राथमिकता देने और मोबाइल नंबर के उच्च जोखिम के मामले में अतिरिक्त ग्राहक सुरक्षा उपाय करने का अधिकार देता है।

ऐसी अग्रिम सूचना से क्या मदद मिलती है?

दूरसंचार विभाग की डिजिटल इंटेलिजेंस यूनिट (डीआईयू) नियमित रूप से उन मोबाइल नंबरों की सूची हितधारकों के साथ साझा करती है, जिन्हें डिस्कनेक्ट किया गया था। साथ ही उन्हें साइबर अपराध में शामिल होने, पुनः सत्यापन में विफल होने, निर्धारित सीमा से अधिक उपयोग करने जैसे डिस्कनेक्ट होने के कारण भी बताए जाते हैं। इन नंबरों का इस्तेमाल आमतौर पर वित्तीय धोखाधड़ी के लिए भी किया जाता है।

साइबर धोखाधड़ी में दुरुपयोग किए जाने वाला मोबाइल नंबर आम तौर पर ज्यादा दिनों तक नहीं चलाया जाता है और इसके पूर्ण सत्यापन में कई दिन लग सकते हैं। ऐसे नंबरों से जुड़े जोखिम पर एक अग्रिम संकेतक बहुत उपयोगी है। इस प्रकार जैसे ही किसी संदिग्ध मोबाइल नंबर को कोई हितधारक चिह्नित करता है तो ऐसे नंबर का बहुआयामी विश्लेषण किया जाता है और इसे इससे जुड़े मध्यम, उच्च या बहुत उच्च वित्तीय जोखिम में वर्गीकृत करता है। फिर यह नंबर के बारे में इस आकलन को तुरंत डीआईपी के माध्यम से सभी हितधारकों के साथ साझा करता है।

‘एफआरआई’ को सबसे पहले फोन-पे ने अपनाया था। फोन-पे ने इसका उपयोग बहुत उच्च एफआरआई मोबाइल नंबरों से जुड़े लेनदेन को अस्वीकार करने और फोन-पे प्रोटेक्ट सुविधा के हिस्से के रूप में ऑन-स्क्रीन अलर्ट प्रदर्शित करने के लिए किया है। फोन-पे द्वारा साझा किए गए डेटा इस मॉडल की प्रभावकारिता को इंगित करते हैं क्योंकि सॉफ्ट सिग्नल के रूप में पारित किए गए नंबरों की साइबर धोखाधड़ी के मामलों में वास्तव में शामिल होने की भविष्यवाणी बहुत अधिक पाई गई है। मध्यम एफआरआई नंबरों के लिए, फोन-पे लेनदेन की अनुमति देने से पहले एक सक्रिय उपयोगकर्ता चेतावनी प्रदर्शित करने के लिए काम कर रहा है।

वित्तीय धोखाधड़ी को कम करने के लिए अन्य उद्योग सहयोग

फोन-पे, पेटीएम और गूगल पे जैसे अग्रणी यूपीआई प्लेटफ़ॉर्म, जो सामूहिक रूप से यूपीआई लेनदेन के 90 प्रतिशत से अधिक के लिए जिम्मेदार हैं, ने अपने सिस्टम में डीआईपी अलर्ट को जोड़ना शुरू कर दिया है। यूपीआई पूरे भारत में सबसे ज़्यादा पसंद की जाने वाली भुगतान पद्धति है, इसलिए इसका उपयोग लाखों नागरिकों को साइबर धोखाधड़ी का शिकार होने से बचा सकता है। एफआरआई दूरसंचार और वित्तीय दोनों क्षेत्रों में संदिग्ध धोखाधड़ी के खिलाफ त्वरित, लक्षित और सहयोगात्मक कार्रवाई को संभव बनाता है।

Related Posts

CTET 2025 Notification: केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा ,132 Cities, 20 Languages

CTET 2025 8 फरवरी को 132 शहरों में आयोजित होगी। पेपर-I और II दोनों होंगे। आवेदन और सूचना बुलेटिन केवल आधिकारिक वेबसाइट ctet.nic.in से।CTET...

Ambulance में शराब सप्लाई! Delhi Police ने पकड़ा बड़ा Liquor Smuggling...

दिल्ली पुलिस ने एम्बुलेंस के रूप में तैयार मारुति ईको कार से शराब सप्लाई करने वाले आरोपी को पकड़ा। गुरुग्राम से दिल्ली तक चलता...

Jio Agentic AI Assistant: छोटे दुकानदारों का 24×7 डिजिटल सेल्समैन ,...

• जल्द ही 10 भारतीय भाषाओं में शुरू होगा • माइक्रो एंटरप्राइज को टेक्नोलॉजी से जोड़ेगा • सेल्समैन का काम भी करेगा जियो एजंटिक एआईJio Agentic...
152,000FansLike
25,000FollowersFollow
628FollowersFollow
651,000SubscribersSubscribe
WhatsApp Join our WhatsApp Channel