झारखंड के इतिहास में लोकतंत्र का काला अध्याय- दीपक प्रकाश

झारखंड

रांची. भाजपा और आजसू के सभी विधायक झारखंड विधानसभा के सदन के भीतर अनुबंध कर्मियों, पारा शिक्षकों, सहायक पुलिसकर्मियों, कंप्यूटर ऑपरेटर के नियमितीकरण सहित 15 मांगों पर सदन के नेता सह मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के वक्तव्य की मांग को लेकर धरने पर बैठे। आरोप है कि सदन के अंदर बिजली, पानी और टॉयलेट बंद किये गये हैं। इस पर भाजपा राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने हेमंत सरकार पर हमला बोला है।

झारखंड के इतिहास में लोकतंत्र का काला अध्याय

दीपक प्रकाश ने कहा कि यह शर्मनाक घटना झारखंड के इतिहास में एक काला अध्याय के रूप में जाना जाएगा। उन्होंने कहा कि विधायकों के साथ इस तरह का अमानवीय व्यवहार की जितनी भी निंदा की जाए कम है। उन्हें पीने के लिए पानी नहीं दिया जा रहा है, अंदर में बिजली काट दी गयी है, एसी बंद कर दिया गया है। सारे विधायक अंधेरे में बैठे हुए हैं।महिला विधायक परेशान है।

उन्होंने कहा कि कुछ वरिष्ठ विधायकों को बार-बार बाथरूम जाने की आवश्यकता पड़ती है, लेकिन बाथरूम को भी बंद कर दिया गया है ताकि वे बाथरूम नहीं जा सके। सरकार और विधानसभा अध्यक्ष को इसकी थोड़ी भी चिंता नहीं है। उन्होंने कहा कि राज्य की झामुमो, कांग्रेस और राजद की सरकार ने इस तरह की अमानवीय कुकृत्य कर लोकतंत्र का गला घोंटने का काम किया है तथा लोकतंत्र की मर्यादाओं को तार-तार किया है।

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