डेंगू हो सकता है मौत – मॉनसून के आते ही डेंगू का खतरा मंडराने लगता है। दिल्ली, यूपी और एमपी समेत देश के कई राज्यों में डेंगूं का प्रकोप देखने को मिल रहा है। और इसका सबसे ज्यादा प्रभाव जुलाई से लेकर अक्टूबर तक होता है। शुरुआत में सामान्य-सा लगनेवाला डेंगू का बुखार देरी या गलत इलाज से जानलेवा भी साबित हो सकता है।
डेंगू मादा एडीज इजिप्टी मच्छर के काटने से होता है. ऐसे मच्छरों की पहचान है कि, इनके शरीर में चीते जैसी धारियां होती हैं। डेंगू के सामान्य लक्षणों में से शरीर में तेज दर्द, तेज बुखार, थकान, उल्टी, मसूड़े या नाक से खून आना और त्वचा पर चकत्ते का उभरना आदि शामिल हैं।
डेंगू कैसे होता है: मादा एडीज इजिप्टी या मादा एनोफेलेज मच्छर के काटने से ही डेंगू होता है। इन मच्छरों की यह पहचान है कि इनके शरीर पर धारियां होती है। ये मच्छर आमतौर पर सुबह के समय कुछ ज्यादा एक्टिव होते हैं। बरसात के दिनों में इनका ज्यादा प्रकोप बहुत देखने को मिलता है। डेंगू मच्छर ज्यादातर पैरों में काटते हैं। ऐसे में जरूरी है कि समय रहते डेंगू से बचाव के उपाए कर लिया जाए।
डेंगू के लक्षण
- तेज बुखार
- सिर में तेज दर्द.
- आंखों में दर्द
- चक्कर आना.
- मांसपेशियों और जोडों में दर्द.
- उल्टी आना.
डेंगू हो सकता है मौत – डेंगू से कैसे बचे
- डेंगू से बचाव के उपायों में सबसे अहम है कि आसपास पानी बिल्कुल भी जमा न होने दें।
- शरीर में तेज दर्द, तेज बुखार, थकान, उल्टी, मसूड़े या नाक से खून आने जैसे कोई भी लक्षण दिखे तो डॉक्टर से संपर्क करें।
- खूब पानी पिएं- डेंगू की हालत में शरीर में पानी की कमी नहीं होनी चाहिए, ऐसे में अगर डेंगू के लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो शरीर में पानी की मात्रा कम न होने दें. भरपूर पानी पिएं।
- पूरे शरीर को ढंककर रखें- डेंगू के मच्छर अक्सर सुबह शाम को काटते हैं. ऐसे में अपने शरीर को पूरी तरह ढंक कर रखें. पूरे बांह की शर्ट पहने और फुल पैंट का उपयोग करें।
- रात को सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग जरूर करें।
- शरीर में लाल चकत्ते दिखाई पड़े तो देर न करें, तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
- घरों के अंदर मच्छरों को प्रवेश करने से रोकें. खिड़कियां और दरवाजे पर जाली लगवाएं.
- भोजपुर में वायरल फीवर के बीच डेंगू ने भी दी दस्तक