चाईबासा: कार्यकारी एजेंसी के माध्यम से चल रहे डीएमएफटी फंड से जुड़ी योजनाओं के समीक्षा बैठक के लिए चाईबासा, पश्चिमी सिंहभूम जिले के जिला समाहरणालय के सभागार में आज एक बैठक बुलाई गई है। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र के सड़कों के कायाकल्प और डीएमएफटी फंड से चल रही योजनाओं को समय पर पूरा करने की सुनिश्चितता है।
अनन्य मित्तल, जो कार्यान्वित योजनाओं के संबंध में उपायुक्त हैं, गंभीरता से इस बैठक का मुख्य नेतृत्व कर रही हैं। समय पर निविदा निष्पादन और कार्य पूरा करने पर भी जोर दिया जा रहा है। उन्होंने डीएमएफटी फंड से चल रही योजनाओं और ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा प्रस्तावित योजना को स्वीकृति के लिए प्रस्तुत किया है।
इस बैठक में उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र के सड़कों के कायाकल्प और सुविधा सुनिश्चित करने के लिए अनन्य मित्तल के मार्गदर्शन में एक बड़ी चर्चा होने की संभावना है। इसके अलावा, उन्होंने उन संवेदकों को नोटिस किया है जो कार्यों को समय पर पूरा नहीं कर रहे हैं। संवेदकों के बीड कैपेसिटी और फाइनेंशियल टर्नओवर के आधार पर कार्य आवंटित किए जाने की भी चर्चा होगी।
साथ ही, उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र में यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए अनन्य मित्तल ने लगातार काम कर रहीं हैं। तीन अगस्त को इसी सिलसिले में योजनाओं की स्वीकृति के लिए एक और बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में जिले के सभी कार्यपालक अभियंता भी शामिल होंगे।
जिले के एक मात्र कार्यकारी एजेंसी एनआरईपी को भी डीएमएफटी फंड से योजना दी गई है। कार्य अधूरा रखने वाले संवेदकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के विचार पर भी चर्चा होगी। इस संबंध में संबंधित विभागों और एजेंसियों के साथ विचारविमर्श होगा और संबंधित निर्णय लिए जाएंगे।
यह खबर विभिन्न योजनाओं के सम्बन्ध में उठाए जा रहे मुद्दों को संवेदनशील भाषा में प्रस्तुत करती है। बैठक में निर्धारित उद्देश्यों के प्रति जोर दिया जा रहा है और संवेदकों के समय पर कार्य पूरा करने के लिए सख्ती से निर्देश दिए जा रहे हैं।